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चाचा 'पारस' को मंत्री व 'पापा' को भिजवाया था 'रास' तब नीतीश अच्छे थे, अब चिराग CM नीतीश को जेल भेजने की दे रहे धमकी

चाचा 'पारस' को मंत्री व 'पापा' को भिजवाया था 'रास' तब नीतीश अच्छे थे, अब चिराग CM नीतीश को जेल भेजने की दे रहे धमकी

पटनाः बिहार विधानसभा चुनाव  में लोजपा सुप्रीमो चिराग पासवान ने खुला ऐलान किया है कि अगर उनकी पार्टी सत्ता में आती है तो बिहार के मौजूदा मुख्यमंत्री नीतीश कुमार सलाखों के पीछे होंगे। पासवान ने कहा, "अगर हम सत्ता में आते हैं तो नीतीश कुमार और उनके अधिकारी सलाखों के पीछे होंगे।" वे रविवार को सीतामढ़ी और बक्सर में चुनावी रैली कर जेडीयू पर निशाना साथा था। बक्सर में एक रैली में लोजपा प्रमुख चिराग पासवान ने दावा किया कि साथ निश्चय में सिर्फ भ्रष्टाचार है। लोजपा सत्ता में आई तो घोटाले की जांच करायेंगे और सीएम नीतीश और उनके अधिकारियों को जेल भिजवायेंगे.

तब नीतीश ने चाचा को भेजा विप और बनाया था मंत्री

लोजपा सुप्रीमो भले ही आज नीतीश कुमार को जेल भेजने की बात कह कर अपने आप को स्थापित करने में जुटे हों,  लेकिन कुछ समय पहले तक यही चिराग पासवान और उनके पिता नीतीश कुमार का गुणगान करते नहीं थकते थे। बिहार में जब नीतीश कुमार ने महागठबंधन छोड़कर बीजेपी के साथ सरकार बनाई इसके कुछ महीने बाद ही रामविलास पासवान ,पशुपति पारस और चिराग पासवान सीएम हाऊस जाकर नीतीश कुमार से मिलते हैं। सीएम हाऊस से बाहर आने पर चिराग पासवान सीएम नीतीश कुमार की शान में कसीदें पढ़े थे।तब चिराग पासवान की नजर में नीतीश कुमार विकास पुरूष थे। दरअसल चिराग पासवान और लोजपा यूं ही नहीं नीतीश कुमार का गुणगान कर रही थी। इसके पीछे की वजह अपने चाचा 'पारस ' को सेट जो करना था। पासवान परिवार ने सीएम हाऊस जाकर नीतीश कुमार को सेट कर लिया और नीतीश कुमार ने चाचा पशुपति कुमार पारस को राज्यपाल कोटे से विधान पार्षद मनोनीत कर दिया। इतना भऱ ही नहीं, सीएम नीतीश ने चिराग पासवान के चाचा पशुपति कुमार पारस को मंत्रिमंडल में जगह दे दी और पशुपालन मंत्री बनाया। 

नीतीश के सहयोग से पासवान गए थे राज्यसभा

इस तरह से पासवान का परिवार बिहार मंत्रिमंडल में सेट हो गया. 2019 लोकसभा चुनाव में पशुपति पारस मंत्रिमंडल से इस्तीफा देकर हाजीपुर लोकसभा क्षेत्र से चुनावी मैदान में उतरे और जीते। चूंकि रामविलास पासवान इस बार चुनाव नहीं लड़ रहे थे लिहाजा लोकसभा चुनाव संपन्न होने के बाद नीतीश कुमार के सहयोग से उन्हें राज्यसभा भेजा गया। तब भी नीतीश कुमार में सिर्फ गुण ही गुण झलक रहे थे। तब तक चिराग पासवान नीतीश कुमार को अपना अभिभावक और बिहार का भाग्य विधाता बताने में थोड़ी भी कमी नहीं की थी। आखिर नीतीश का गुणगान क्यों न करते... पापा रामविलास पासवान को राज्यसभा जो भेजा । हालांकि तब भी नीतीश कुमार बिहार के मुख्यमंत्री थे और सूबे में सात निश्चय योजना लागू थी। चिराग पासवान को तब सात निश्चय योजना में कहीं लूट नजर नहीं आ रही थी। उनकी नजर में सबकुछ ठीक था और बिहार में विकास की गाड़ी सरपट भाग रही थी।

चिराग की मांग को बीजेपी ने कर दिया खारिज

चिराग पासवान की मांग को जब बीजेपी-जेडीयू ने खारिज कर दिया इसके बाद चिराग पासवान को बिहार में सिर्फ घोटाले ही घोटाले नजर आने लगे। अब तो वे सीधे नीतीश कुमार को जेल भिजवाने की बात कर रहे। गृह मंत्री अमित शाह साफ कर चुके हैं कि चिराग पासवान विस चुनाव में जितनी सीटें मांग रहे थे उतना देना संभव नहीं था। एनडीए से बाहर जाने के लिए वे खुद जिम्मेदार हैं।

चिराग को जेडीयू ने दिया करारा जवाब

लोक जनशक्ति पार्टी अध्यक्ष चिराग पासवान ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को जेल भेजने की बात कही तो जनता दल यूनाइटेड (जेडीयू) आगबबूला हो गई. जेडीयू नेता केसी त्यागी ने कहा कि यह हमारी राजनीतिक संस्कृति का हिस्सा नहीं है. खासतौर से जिस संस्कृति से रामविलास पासवान, नीतीश कुमार आते हैं. जेडीयू नेता केसी त्यागी ने कहा कि हमारी संस्कृति में विरोध की गुंजाइश है, लेकिन ईर्ष्या और द्वेष की कोई संभावना नहीं है. नीतीश पर कोई भ्रष्टाचार का आरोप नहीं है. वह प्रदेश के सबसे ईमानदार व्यक्ति हैं. राजनीतिक विरोध करते-करते चिराग इस सीमा तक जा सकते हैं, यह हमारी कल्पना से बाहर है. यह रामविलास पासवान की राजनीतिक संस्कृति से अलग है.

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