पटनाः बिहार में गंगा नदी पर बने महात्मा गांधी सेतू पूर्वी लेन का आज लोकार्पण हुआ। इसके अलावे सड़क परिवहन की कई योजनाओं का उद्घाटन-शिलान्यास किया गया।केंद्रीय सड़क परिवहन मंत्री नितिन गडकरी ने गांधी सेतू के पूर्वी लेन का उद्घाटन किया। हाजीपुर में उद्घाटन कार्यक्रम आयोजित की गई, जिसमें केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी के अलावे बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार समेत अन्य नेता शामिल हुए। संबोधन के दौरान नितिन गडकरी ने कहा कि गांधी सेतू के लेन का आज लोकापर्ण हुआ। इसी के साथ सपना भी पूरा हुआ। नितिन गडकरी ने कहा कि बिहार बदल रहा है। वहीं, सीएम नीतीश ने गांधी सेतू के पूर्वी लेन को चालू होने पर नितिन गडकरी को धन्यवाद दिया। साथ ही यह भी कहा कि नितिन गडकरी ने बिहार के लिए जो किया उसे वे जीवन भर याद रखेंगे।
केंद्र सरकार कर रही भरपूर मदद
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि पीएम मोदी ने बिहार की सड़कों और पुलों को लेकर पहले घोषणा की थी, अब वो काम दिख रहा है। कई का आज शिलान्यास किया गया है। उन्होंने कहा कि गंगा नदी पर पहले 4 पुल बना था। अब कुल मिलाकर 17 पुल गंगा नदी पर पुल बनने वाला है। 13585 करोड़ की लागत से एनएच के 15 सड़कों का शिलान्यास किया गया है। उन्होंने कहा कि जब से काम करने का मौका मिला है, तब से काम कर रहे हैं। आज कुछ लोग केंद्र में मंत्री हैं, पहले ये लोग हमारे सात बिहार में मंत्री थे। हमलोग लगातार काम कर रहे हैं। केंद्र की जो सड़क थी वो खराब थी उसे ठीक कराये। पहले केंद्र में दूसरी सरकार थी। बिहार में पहले सड़क के प्रधान सचिव आरके सिंह थे, वो अब केंद्र में मंत्री हैं। उनसे पूछिएगा कि क्या-क्या काम हुए। 54 हजार करोड़ रू से अधिक खर्च कर सड़क में काम किया। अब हर चीज को मेंटेन करना है। चाहे वो सड़क हो या भवन। हम आपसे आग्रह करेंगे कि जो चीज बन गया उसे मेंटेन नहीं करेंगे तो वो ठीक नहीं रहेगा। लगातार देखने से सड़क-पुल मेंटेन रहता है। हमने अपने यहां कह दिया है कि चाहे जितने कर्मियों की बहाली करना हो करें लेकिन अब मेंटेनेन्स से कोई समझौता नहीं। हम अपने यहां यह काम करा रहे हैं।
हम आपको जीवन भर नहीं भूल पायेंगे-सीएम
इथेनॉल पर चर्चा करते हुए नीतीश कुमार ने नितिन गडकरी का खूब गुणगान किया। उन्होंने कहा कि हम जो पहले करना चाहते थे वो आपने कर दिया। आपलोगों का आशीर्वाद रहा तो इथेनॉल की कोई कमी नहीं होगी। हमलोगों के यहां इथेनॉल की सीमा मत रखिए। कंपनियां जितनी बनानी चाहे बनाए... इसकी इजाजत दे दीजिए। हम इस बात को नहीं भूल सकते कि आपने बिहार में इथेनॉल उत्पादन शुरू कराया। हम आपको जीवन भर नहीं भूल सकते। सीएम नीतीश ने कहा कि नितिन गडकरी जी आप कभी-कभी बिहार आते रहिए।
अमेरिका के बराबर होगा रोड नेटवर्क
नितिन गडकरी ने कहा कि 2024 समाप्त होने से पहले बिहार का रोड नेटवर्क अमेरिका के बराबर हो जायेगा। मैं जो बोलता हूं और कहता हूं वो डंके की चोट पर पूरा कर देता हूं। मैं झूठ नहीं बोलता हूं। हम पत्रकार मित्रों को ये बातें कहता हूं। अब तो मैं इथेनॉल पर चलने वाली गाड़ियां ला रहा हूं। इथेनॉल से बिहार के किसानों को अच्छी कीमत मिलेगी। यह हम आपको विश्वास दिलाता हूं। गड़करी ने सीएम नीतीश का भी खूब गुणगान किया।
मुख्यमंत्री जी...हम रिंग रोड बना रहे आप नई सिटी बसाइए
उन्होंने कहा कि एक दफे हम गांधी सेतू पुल से गुजर रहे थे तो हम भी जाम में फंसे थे। लेकिन अब वो सारी समस्या दूर हो गई। इस पुल को 67000 टन लोहा उपयोग हुआ है। हिंदुस्तान के इतिहास में लोहे का सबसे बड़ा पुल गांधी सेतू बन गया है। यह पुल देश के इतिहास में आईकॉन बन गया है। गंगा में इसी पुल के समानांतर नए पुल का काम जारी है। 2024 में इस पुल का उद्घाटन करूंगा,आज हम आपको विश्वास दिलाते हैं। तब हम फिर से बिहार आयेंगे। नितिन गडकरी ने कहा कि हमें इस बात की खुशी है कि पीएम मोदी ने बिहार के ही एक कार्यक्रम में विशेष पैकेज की घोषणा की थी। उसमें 55 हजार करोड़ के काम मेरे विभाग से जुड़ी हुई थी। वो काम जारी है,ये सब काम की वजह से बिहार के विकास में मदद मिलेगी। हम आपको विश्वास दिलाते हैं कि पीएम मोदी के नेतृत्व में देश का विकास करेंगे। मेरा विश्वास है कि नीतीश कुमार के नेतृत्व में अच्छी सड़क बनाकर बिहार भी देश का समृद्ध राज्य बनेगा, नए उद्योग आयेंगे और रोजगार मिलेंगे। बिहार में बाढ़ की वजह से नुकसान होता है। एक लाख करोड़ की लागत से ग्रीन फील्ड रोड़ बना रहे हैं। 11 हजार करोड़ की लागत से पटना ग्रीन फील्ड रिंग रोड का निर्माण करा रहे हैं। यह रिंग रोड पटना की पूरी तस्वीर बदल देगा। रोड हम बना रहे हैं अब नीतीश कुमार जी वहां नए शहर बनायें। सड़क हम बनाते हैं और जमीन खरीद कर कमाई दूसरे करते हैं। ऐसे में हम चाहेंगे बिहार सरकार नई शहर बसाये। पटना में अगर जरूरत पड़ी तो डबल डेकर पुल भी बनायेंगे।
लंबा होना आफत
दरअसल, गांधी सेतू के पूर्वी लेन के उद्घाटन कार्यक्रम को संबोधित करने के दौरान हाजीपुर से सांसद व केंद्रीय मंत्री पशुपति कुमार पारस को परेशानी होने लगी। माइक उनके मुंह के नजदीक तक नहीं पहुंच पा रहा था। इस वजह से उन्हें परेशानी हो रही थी। तभी उन्होंने पीछे मुड़ते हुए कहा कि कॉडलेस नहीं है ? ज्यादा लंबा होना भी आफत है। जब वे माइक से पीछे हटे तो माइक ठीक करने की कोशिश की गई। फिर भी वे सहज नहीं हुए तब जाकर कॉडलेस माइक मंगाई गई। इसके बाद वे भाषण देना शुरू किये।
गडकरी-नीतीश के बीच दिलचस्प संवाद
लोकापर्ण कार्यक्रम में जब अतिथियों के स्वागत कार्यक्रम की शुरूआत हुई तो सबसे पहले मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का स्वागत होना था। गुलदस्ता लेकर एनएच के सदस्य तकनीकी महावीर सिंह पहुंचे। इस दौरान केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने सीएम नीतीश के स्वागत में खड़े हुए। तभी सीएम नीतीश ने कहा कि पहले गडकरी जी का स्वागत हो। गडकरी अपने अधिकारी से पहले सीएम नीतीश को गुददस्ता देने को कहे। इस दौरान दोनों नेता एक-दूसरे को पहले गुलदस्ता देने की बात करने लगे। सीएम नीतीश ने गुलदस्ता को केंद्रीय मंत्री की तरफ बढ़ा दिया तो केंद्रीय मंत्री ने नीतीश कुमार की तरफ। अंत में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को गुलदस्ता से स्वागत किया गया। इसके बाद नितिन गड़करी का स्वागत हुआ।