बिहार उत्तरप्रदेश मध्यप्रदेश उत्तराखंड झारखंड छत्तीसगढ़ राजस्थान पंजाब हरियाणा हिमाचल प्रदेश दिल्ली पश्चिम बंगाल

LATEST NEWS

बिहार में आंगनबाड़ी बहाली में भारी गड़बड़ी, CM नीतीश हुए परेशान, तुरंत मुख्य सचिव को तलब किया और कहा.....

बिहार में आंगनबाड़ी बहाली में भारी गड़बड़ी, CM नीतीश हुए परेशान, तुरंत मुख्य सचिव को तलब किया और कहा.....

PATNA: मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के जनता दरबार में आज शिक्षा-स्वास्थ्य आंगनबाड़ी बहाली में गड़बड़ी की बड़ी संख्या में शिकायत आई। सीएम ने फरियादियों की शिकायत पर अधिकारियों को आवश्यक निर्देश दिये। वैशाली से आई एक महिला ने सीएम नीतीश से शिकायत दर्ज कराई। महिला ने कहा कि उनके पति की मौत कोरोना से हो गई। मुआवजा राशि लेने के लिए सरकारी दफ्तर का चक्कर लगा रहे लेकिन हमारी फरियादी कोई नहीं सुन रहा। चार लाख रू मुआवजा के लिए दौड़ लगा रहे लेकिन अब तक मुआवजे की राशि नहीं मिली। सीएम नीतीश के जनता दरबार में आंगनबाड़ी बहाली में बड़े स्तर पर गड़बड़ी की शिकायत मिली। लगातार कई शिकायत मिलने पर सीएम नीतीश ने मुख्य सचिव और अपने प्रधान सचिव को तलब किया।

मुख्य सचिव तलब

समाज कल्याण विभाग के तहत आंगनबाड़ी बहाली में हो रही गड़बड़ी और लगातार मिल रही शिकायत से सीएम नीतीश परेशान हो गए। तुरंत उन्होंने मुख्य सचिव आमिर सुबहानी को बुलाया। उन्होंने कहा कि लगातार इस तरह की शिकायत मिल रही है। आपलोग बहाली को लेकर विस्तृत समीक्षा करिए। किस तरह से बहाली हो रही समेत अन्य तमाम बिंदू पर विस्तृत समीक्षा करें।  CM नीतीश को अधिकारियों ने बताया कि 68 कंप्लेन समाज कल्याण के आये हैं। यह सुन मुख्यमंत्री चौंक गये और कहा कि इतनी बड़ी संख्या में शिकायत आ रही है तो व्यापक स्तर पर देखना होगा। आखिर इतने मामले कैसे आ रहे,कहां गड़बड़ी है। 


पति की मौत के बाद मुआवजे के लिए भटक रही महिला

सीएम नीतीश कोरोना से मौत के बाद परिजनों को मुआवजा नहीं मिलने की शिकायत सुन भौंचक्के रह गये। इसके बाद उन्होंने अफसर को फोन लगाया और कहा कि वैशाली की एक महिला हमारे सामने है। इसके पति की मौत कोरोना से हो गई है। कागज पर भी इसका उल्लेख है लेकिन इसे सहायता राशि नहीं मिली। आप इस मामले को देखिए। वहीं अररिया से आये एक फरियादियों ने सीएम नीतीश से कहा कि हमारे भाई की 2021 में कोरोना से मौत हुई। मुआवजे की राशि के लिए दौड़ लगा रहे लेकिन अब तक सहायता राशि नहीं मिली। इसके बाद मुख्यमंत्री ने स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी को फोन लगाकर समाधान का आदेश दिया। 

Suggested News