‘‘गया जी धाम’’ में अत्याधुनिक धर्मशाला के निर्माण की आधारशिला रखेंगे सीएम नीतीश, निर्माण पर खर्च होंगे 120 करोड़ रुपया

PATNA: मुख्यमंत्री नीतीश कुमार शुक्रवार को ‘‘गया जी धाम’’ में अत्याधुनिक धर्मशाला के निर्माण की आधारशिला रखेंगे। गया जी धर्मशाला के शिलान्यास की पूर्व संध्या पर पर्यटन सचिव अभय कुमार सिंह, प्रबंध निदेशक, बिहार राज्य पर्यटन विकास निगम नन्द किशोर, पर्यटन निदेशक विनय कुमार राय, महाप्रबंधक अभिजीत कुमार सहित अन्य अधिकारियों ने गुरुवार को शिलान्यास स्थली का निरीक्षण किया। मंत्रीपरिषद द्वारा 5 सितंबर को प्राक्कलित राशि 1,20,15,85,000/- (एक सौ बीस करोड़ पन्द्रह लाख पचासी हजार) रुपये की प्रशासनिक स्वीकृति दी गई थी। गया जी आने वाले पर्यटकों को उच्च स्तरीय सुविधाएं प्रदान करने के लिए सभी अत्याधुनिक सुविधाओं से युक्त धर्मशाला बनाया जाएगा। इसके अन्तर्गत जी प्लस 4 भवन का निर्माण किया जायेगा। इसमें बेड-1080, लिफ्ट-4 सीढ़ी- 8, बस पार्किंग, कार पार्किंग, डायनिंग के साथ किचेन-2, जेनरल स्टोर, सुधा स्टोर, आईसक्रीम पार्लर इत्यादि का निर्माण किया जाना है।
हिंदू धर्म के अनुसार, जब लोग अपना शरीर त्याग कर चले जाते हैं, तब उनकी आत्मा की शांति के लिए श्रद्धा से पिंडदान और तर्पण किया जाता है, उसे श्राद्ध कहते हैं। श्राद्धकर्म करना पितरों की आत्मा की शांति के लिए महत्वपूर्ण माना गया है। गया जी में पिंडदान करने से आत्मा को मोक्ष की प्राप्ति होती है इसलिए इस स्थान को मोक्ष स्थली भी कहा जाता है। मान्यता है कि गया जी में भगवान विष्णु स्वयं पितृदेव के रूप में निवास करते हैं। गया जी में फल्गु नदी के तट पर भगवान राम और माता सीता ने भी राजा दशरथ की आत्मा की शांति के लिए श्राद्ध कर्म किया था। गया जी में श्राद्ध कर्म और तर्पण विधि करने से व्यक्ति पितृऋण से मुक्त हो जाता है। इस कारण गया जी देश ही नहीं दुनिया भर में हिंदुओं के लिए एक महत्वपूर्ण तीर्थ स्थली है। जहां पिण्डदान करने देश एवं विदेश से लाखों की संख्या में श्रद्धालु/पर्यटकों का आगमन होता है। यहाँ प्रतिवर्ष घरेलू 40-50 लाख तथा विदेशी 40-50 हजार पर्यटकों का आगमन होता है। प्रतिवर्ष निरंतर इसकी संख्या में वृद्धि होना संभावित है।
सीएम नीतीश कुमार के निदेशानुसार मेला के आने वाले श्रद्धालुओं/पर्यटकों को उच्च गुणवत्तापूर्ण पर्यटकीय सुविधा उपलब्ध कराने हेतु अत्याधुनिक धर्मशाला निर्माण से श्रद्धालुओं/पर्यटकों को उच्च गुणवत्तापूर्ण सुविधा प्राप्त होगी। तथा उन्हें गयाजी आकर सुखद अनुभूति की प्राप्ति होगी। इससे पर्यटकों की संख्या में वृद्धि होगी, सरकार को राजस्व की प्राप्ति होगी, साथ ही आस-पास के क्षेत्रों में स्थानीय लोगों के लिए रोजगार एवं व्यापार की संभावनाएं भी सृजित होगी। इसको ध्यान में रखते हुए गया जी धाम में धर्मशाला का निर्माण किया जाना है।
गयाजी धाम धर्मशाला में निम्नलिखित संरचनाएं बनायी जानी है: इस योजना के अन्तर्गत यहां जी प्लस 4 भवन का निर्माण किया जायेगा। इसमें बेड-1080, डोरमेंटरी 212 एवं दो बेडरूम की संख्या 48 रहेगी। भवन में लिफ्ट-4 और सीढ़ी- 8 बनाए जाएंगे। इस भवन में 38 बस पार्किंग के साथ 303 कार पार्किंग का निर्माण किया जाएगा ताकि पर्यटकों को पार्किंग में कहीं कोई परेशानी नहीं हो। इसके साथ ही ड्राइवर रेस्ट रूम बनाया गया है ताकि चालकों को असुविधा नहीं हो। इस भवन में किचेन-2 के साथ डायनिंग हॉल, जेनरल स्टोर, सुधा स्टोर, आईसक्रीम पार्लर इत्यादि सुविधाएं सम्मिलित की गई है। यहां सोलर पावर जेनरेशन सिस्टम भी लगाया गया है ताकि बिजली की व्यवस्था बेहतर हो। योजना के तहत पूरे परिसर में बाउंड्री वॉल का निर्माण किया जाना है। इस पूरी योजना का कार्यान्वयन बिहार राज्य पुल निर्माण निगम लि॰ द्वारा किया जायेगा।