गोरखपुर: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ गोरखपुर दौरे पर है इस दौरान योगी आदित्यनाथ भारत विषयक सम्मेलन में पहुंचे सम्मेलन के मुख्य अतिथि राज्यसभा के उपसभापति हरिवंश नारायण सिंह का अभिनंदन करते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा लोकतंत्र को लेकर वैदिक कालखंड से लेकर रामायण कालीन और महाभारत कालीन अनेक उदाहरण देखने को मिलते हैं भारत के लोकतंत्र में प्राचीन समय से लेकर आज तक जनता की आवाज और जनता के हित को ही सर्वोपरि रखा गया है जनता को ही सबसे ऊपर रखा गया है भारतीय सभ्यता में हमेशा यह कहा गया है की प्रजा का सुख ही राजा का दायित्व है मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने रामायण काल का जिक्र करते हुए कहा कि भगवान श्री राम से भी अक्षरश: जनता की आवाज को महत्व दिया।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि देश में कुछ लोगों पर गुलामी की मानसिकता आज भी हावी है जबकि भारत में लोकतंत्र की जड़े प्राचीन समय से ही गहरी रही है उन्होंने कहा भारत ऐसे ही गुलाम नहीं हुआ भारत तब गुलाम हुआ जब लोकतंत्र की विरासत को समझने में चूक हुई मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने आगे कहा कि प्राचीन भारत में निरकुंश राजा को सत्ताच्युत करने का अधिकार जनता के प्रतिनिधित्व वाले परिषद के पास होता था लोकतंत्र में यह स्पष्ट है कि जनता का हित ही सर्वोच्च है लेकिन आज के समय में ऐसा नहीं है भारतीय जनता पार्टी हमेशा ही प्रजा के हित के लिए खड़ी रहती है।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा सभी भारतीयों को अपने लोकतंत्र पर और लोकतांत्रिक मूल्यों पर चल करती है जिसे आगे बढ़ती अर्थव्यवस्था पर गौरव की अनुभूति करनी चाहिए और सरकार की प्रशंसा करनी चाहिए उन्होंने कहा कि हमारा लोकतंत्र तभी तक सुरक्षित है जब तक हमारा संविधान सुरक्षित है संविधान को लेकर कुछ लोग राजनीति कर रहे हैं जो गलत है संविधान को पवित्र भावना से जाति मत, मजहब, क्षेत्र से ऊपर उठकर इसे सुरक्षित संरक्षित रखने का डेविड सभी लोगों को उठाना होगा।