MUZAFFARPUR : मुजफ्फरपुर में वाहन जांच के दौरान अधिवक्ता को पिटना सदर थाना की पुलिस को महंगा पड़ गया,पहले मानवाधिकार आयोग और अब मुजफ्फरपुर के न्यायालय में सदर थाना प्रभारी सहित आधा दर्जन पुलिस कर्मी पर परिवाद दायर किया गया है।
पीड़ित द्वारा दायर परिवाद में बताया गया है कि मुजफ्फरपुर जिले के सदर थाना क्षेत्र के कच्ची पक्की चौक का है, जहां हाजीपुर कोर्ट के वकील संतोष कुमार जो मूल रूप से सदर थाना क्षेत्र के कच्ची पक्की के रहने वाले हैं। वे 12 जून को रात्री हॉस्पिटल से अपने आवास को लौट रहे थे तभी सदर थाना की पुलिस कच्छी पक्की चौक पर खड़ी थी इनको वाहन जांच के लिए रोका गया।
कागजात होने के बाद भी मांगे 1000 हजार रुपए
जब इन्होंने गाडी के सभी तरह के पेपर पुलिस टीम को दिखा दिया फिर इनसे 1000 रुपए की मांग की गई वही पैसे नहीं देने के कारण पुलिस कर्मी आग बबूला हो गया और पुलिस कर्मी के द्वारा इनकी जमकर पीटाई कर दी है। वहीं इस क्रम में कुछ लोग वहा पहुंचे, जिसके बाद वहा से पुलिस कर्मी सब फरार हो गए। जिसके बाद घायल अधिवक्ता को इलाज के लिए हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया।
नहीं आई 112, थाने में नहीं दर्ज की प्राथमिकी
वहीं पूरे मामले की सूचना जब डायल 112 की टीम को दी गई तो डायल 112 की टीम भी घटनास्थल पर नही पहुंची। वहीं इलाज कराने के बाद जब वह मामले में प्राथमिकी दर्ज कराने के लिए सदर थाना प्रभारी को आवेदन दिया तो प्राथमिकी दर्ज नहीं की गई।
अब पुरे मामले को लेकर अधिवक्ता संतोष कुमार ने शुक्रवार को मानवाधिकार आयोग का दरवाजा खटखटाया तो शनिवार को मुजफ्फरपुर के न्यायालय में विभिन्न धाराओं में परिवाद दायर कराया गया है जिसकी अगली सुनवाई 19 अगस्त को निर्धारित की गई है
रिपोर्टर/मणि भूषण शर्मा