राजद सुप्रीमो लालू यादव के समर्थन में उतरी कांग्रेस, जेल से सोनिया गांधी को फोन करने वाले बयान पर दी सफाई, बीजेपी पर बोला बड़ा हमला...

PATNA: बिहार की सिय़ासत इन दिनों गरमाई हुई है। पक्ष विपक्ष का आरोप प्रत्यारोप जारी है। इसी बीच बीते दिन लालू यादव ने कहा था कि जब वह रांची जेल में थे तो उन्होंने सोनिया गांधी को फोन कर अखिलेश सिंह को राज्यसभा भेजने की बात कहे थे। वहीं राजद सुप्रीमो के इस बयान के बाद राज्य की सियासत में बयानबाजी का दौर शुरू हो गया है। बीजेपी के द्वारा आरोप लगा जा रहा है कि, लालू यादव जेल से फोन कैसे कर सकते हैं, ऐसा करना जेल मैन्युअल का उल्लंघन है। वहीं इसी कड़ी में अब कांग्रेस लालू यादव के समर्थन में उतरी है। प्रेमचंद मिश्रा ने कहा है कि लालू यादव ने ऐसी कोई बात नहीं कही है।
दरअसल, प्रेमचंद्र मिश्रा ने लालू यादव की तुलना श्री कृष्ण सिंह से की है। साथ ही सदाकत आश्रम में श्री कृष्ण सिंह की जयंती मनाने के ऊपर सुशील मोदी के बयान का निंदा किया है। उन्होंने कहा है कि, लालू प्रसाद बिहार के बड़े नेता हैं, समाजिक न्याय धर्म निरपेक्षता के पुरोधा हैं। कांग्रेस ने साफ तौर पर कहा कि इस तरह की बात लालू जी ने नहीं कही है लालू यादव ने सिर्फ इतना कहा कि उन्होंने रांची से कॉल किया था, जेल वाली बात गलत है।
वहीं बीजेपी पर निशाना साधते हुए कहा कि, बीजेपी अपने पुरखों का सम्मान नहीं करती है। सुशील मोदी श्री कृष्णा सिंह के विचारों के ठीक विपरीत आचरण करते हैं। बिहार में आज उद्योग के नाम पर जो कुछ पूंजी बची हुई है वह श्री कृष्णा सिंह के कार्यकाल का ही हैं। सुशील मोदी नीतीश कुमार के आगे पीछे कर के उपमुख्यमंत्री बन गए और अब अपनी राजनीतिक उपयोगिता को प्रकट करने के लिए सुशील मोदी रोज अनाप-सनाप बयान देते हैं। हम उन्हीं को अपना मंच देते हैं जिनको हम मानते हैं कि हमारे सिद्धांतों के प्रति उनकी आस्था है। उन्हें यहां बोलने का हक नहीं की श्री कृष्णा सिंह के कार्यक्रम में लालू यादव से उद्घाटन कराकर उनका अपमान किया। भाजपा के लोग गोडसे वादी हैं और गांधीवादी नहीं हो सकते हैं।
उन्होंने कहा कि, लालू यादव सामाजिक न्याय और धर्मनिरपेक्षता के पुरोधा है। सुशील मोदी तो मूल रूप से बिहार के निवासी हैं भी नही, और बेरोजगारी की हालत में जी रहे हैं। Bjp पूरी तरह से फ़्रेस्टेशन का शिकार हो चुकी है। वहीं श्री कृष्णा सिंह की जयंती पर मुख्यमंत्री सदाकत आश्रम नहीं पहुंचे तो कांग्रेस ने सफाई दी है। उन्होंने कहा कि, सीएम अपने पूर्व कार्यक्रम की व्यस्तता के कारण श्री जी की जयंती में नहीं आ पाए, अब मुख्यमंत्री हर जगह तो नहीं जा सकते हैं।
वहीं अशोक चौधरी को कांग्रेस ने नसीहत दे दी है। दरअसल, अशोक चौधरी का बयान कि कांग्रेस और राजद पहले से अलायंस में है तो उन लोगों का आपस में चलता है इस बयान कांग्रेस ने पलटवार करते हुए कहा कि हम किनको बुलाये किनको नहीं बुलाये ये हमारा विषय है, अशोक चौधरी को जदयू की बात करनी चाहिए।