'पप्पू' के भार को सहन नहीं कर पा रही कांग्रेस...ला दिया भूचाल ! कटघरे में आलाकमान..घर में लगी आग का फायदा RJD ने उठा लिया

'पप्पू' के भार को सहन नहीं कर पा रही कांग्रेस...ला दिया भूचा

PATNA:  पप्पू यादव के कांग्रेस में शामिल होते ही दल में भूचाल आ गया है.पप्पू के भार को पार्टी के नेता सहन नहीं कर पा रहे. पप्पू प्रकरण से दल के अंदर घमासान है, उधर, लालू यादव ने इसका फायदा उठाते हुए बिना सीट बंटवारे के ही प्रत्याशियों को सिंबल देना शुरू कर दिया है. कांग्रेस की मांग को खारिज करते हुए राजद सुप्रीमो ने औरंगाबाद सीट पर अपने लड़ाके को चुनावी मैदान में उतार कर सहयोगी दल को क्लियर मैसेज दे दिया है. पप्पू यादव के कांग्रेस में शामिल किए जाने से दल के अंदर का विवाद सामने आ गया है. प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष नाराज बताए जाते हैं, बताया जाता है कि वे जाप सुप्रीमो को दल में शामिल कराने के खिलाफ थे. इसके बाद भी केंद्रीय नेतृत्व ने उन्हें दल में शामिल करा पूर्णिया लोकसभा क्षेत्र से टिकट देने की तैयारी कर ली है. आलाकमान के इस निर्णय से बिहार कांग्रेस के कई नेता आहत हैं. पूर्व प्रदेश अध्यक्ष अनिल शर्मा ने तो मोर्चा ही खोल दिया है. 

कांग्रेस की क्या है मजबूरी जो पप्पू यादव को दल में शामिल कराया ? 

20 मार्च को पप्पू यादव जैसे ही कांग्रेस पार्टी में शामिल हुए, दल के अंदर से ही विरोध के स्वर उठने लगे. प्रदेश अध्यक्ष ने दूरी बनाकर मैसेज दे दिया. पूर्व प्रदेश अध्यक्ष ने बुधवार को भी राहुल गांधी पर तंज कसा है. आज 21 मार्च को फिर से अनिल शर्मा ने नेतृत्व को खुली चुनौती दी है. सोशल मीडिया प्लेटफार्म एक्स पर कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष अनिल कुमार शर्मा ने अपनी भड़ास निकाली है. लिखा है..''यह कहावत सच है कि"डूबते को तिनके का सहारा" लेना पड़ता है। किन्तु न देश में और न ही बिहार में कांग्रेस डूबती हुई पार्टी है. फिर भी न जाने क्यों काँग्रेस पार्टी में प्रदेश अध्यक्ष की असहमति के बावजूद विवादित लोगों को महिमा मंडित कर लोकसभा की सीट के साथ सदस्यता दिलाई जा रही है ?

 अब राहुल गांधी को प्रधानमंत्री बनने से कोई नहीं रोक सकता....

बुधवार को कांग्रेस के राष्ट्रीय कार्यालय में आयोजित मिलन समारोह में बिहार कांग्रेस प्रभारी मोहन प्रकाश,पवन खेड़ा और बिहार कांग्रेस विधान मंडल दल के नेता शकील अहमन खान ने पप्पू यादव और उनके बेटे को दल में शामिल कराया. इस दौरान बिहार कांग्रेस के वरिष्ठ नेता अवधेश कुमार सिंह व अन्य मौजूद रहे, लेकिन प्रदेश अध्यक्ष अखिलेश प्रसाद सिंह वहां नहीं दिखे.हालांकि बिहार के किसी दल का विलय कांग्रेस पार्टी में हो रहा हो और प्रदेश अध्यक्ष न हों, यह अपने आप में बड़ा सवाल है. अखिलेश सिंह की अनुपस्थिति से तरह-तरह की चर्चा शुरू हो गई है . खबर है कि पप्पू यादव को दल में शामिल कराने के निर्णय से वे खफा हैं. वे उन्हें दल में शामिल कराने के पक्ष में नहीं थे. लिहाजा उन्होने दूरी बना ली है. इधर, पप्पू यादव के कांग्रेस पार्टी में शामिल होने के बाद पार्टी के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष ने ट्वीट पर नेतृत्व पर ही तीखा हमला बोला. हालांकि कुछ देर बाद ही उन्होंने अपना पोस्ट डिलीट कर लिया. पूर्व प्रदेश अध्यक्ष अनिल कुमार शर्मा ने लिखा,'' लालू प्रसाद के बाद जाप नेता राजेश रंजन उर्फ पप्पू यादव का साथ मिल जाने के बाद अब कांग्रेस नेता राहुल गांधी को 2024 में प्रधानमंत्री बनने से कोई नहीं रोक सकता. अभ लालू-पप्पू के चप्पू के सहारे बिहार में कांग्रेस पार्टी वैतरणी पार करेगी. बधाई. हालांकि कुछ देर बाद ही अनिल शर्मा ने अपना यह पोस्ट डिलीट कर लिया. 

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भागे-भागे लालू आवास पहुंचे थे अखिलेश सिंह

इधर, औरंगाबाद लोकसभा सीट से राजद ने प्रत्याशी उतार दिया है. जेडीयू से पूर्व विधायक अभय कुशवाहा को लालू प्रसाद ने औरंगाबाद से चुनावी मैदान में उतार दिया है. बीती रात उन्हें सिंबल भी दे दिया गया. औरंगाबाद सीट पर कांग्रेस अपनी दावेदारी जता रही थी. वहां से वरिष्ठ नेता निखिल कुमार चुनावी मैदान में उतरना चाहते थे. लेकिन राजद ने कांग्रेस से बातचीत किए बिना ही औरंगाबाद सीट से प्रत्याशी दे दिया. इसके बाद आज सुबह सुबह कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष अखिलेश सिंह राजद सुप्रीमो से मिलने पहुंचे. उन्होंने करीब आधे घंटे तक लालू यादव से मुलाकात की.मुलाकात के बाद कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष ने बड़ा बयान दिया है। उन्होंने कहा है कि सीट बंटवारे को लेकर सब कुछ बहुत जल्द क्लियर हो जाएगा।