कांग्रेस एमएलसी ने कर दिया साफ : अब चाहे चिट्ठी लिखो या आंदोलन करो, नहीं होगा कुछ फायदा, सिर्फ यह व्यक्ति ही कर सकते हैं जातिगत जनगणना पर केंद्र को मजबूर

PATNA : कांग्रेस शुरू से ही जानती थी भाजपा और प्रधानमंत्री जातिगत जनगणना नहीं कराएंगे। क्योंकि उनकी नियत में खोट है। भाजपा के मंत्री संसद में इस बात की घोषणा कर चुके हैं। अब सुप्रीम कोर्ट में हलफनामा दायर उन्होंने अपना नजरिया साफ कर दिया है। यह कहना है कि कांग्रेस के एमएलसी प्रेमचंद्र मिश्रा का। कांग्रेस नेता का कहना था भले ही बिहार में सभी दलों ने जातिगत जनगणना पर एकजुटता दिखाई हो। प्रधानमंत्री से मांग की हो, लेकिन कांग्रेस को पहले से यह अंदेशा था कि इन मांगों को कभी पूरा नहीं किया जाएगा

आंदोलन करो, समर्थन जुटाओ, नहीं पड़ेगा फर्क

कांग्रेस नेता ने तेजस्वी यादव द्वारा देश के 33 बड़े नेताओं को लिखे गए चिट्ठी पर चर्चा करते हुए कहा कि यह अच्छी कोशिश है, लेकिन इसका कोई फायदा नहीं होने वाला है। क्योंकि आप कुछ भी कर लो, आंदोलन कर लो, लेकिन केंद्र सरकार आपकी बात को नहीं सुनेगी। 9 माह से आंदोलन कर रहे किसान इसका उदाहरण हैं। मोदी सरकार अपने फैसले वापस नहीं लेगी।

बिहार के सीएम को लेना होगा फैसला

एमएलसी प्रेमचंद मिश्रा ने कहा कि बिहार के सीएम नीतीश कुमार को अब इस मामले पर अपना रूख साफ करना होगा, क्योंकि एक तरफ वह जातिगत जनगणना की बात करते हैं, वहं दूसरी तरफ उसी भाजपा के साथ सरकार चला रहे है,जो इसका विरोध कर रही है। कांग्रेसी नेता ने कहा कि अब बिहार के सीेएम के पास दो विकल्प हैं, एक यह कि वह भाजपा के साथ अपना गठबंधन खत्म कर लें, दूसरा विकल्प यह है कि वह बिहार में अपने खर्च पर जातिगत जनगणना की व्यवस्था करे।