DESK. मूल्यवृद्धि को लेकर कांग्रेस ने राष्ट्रव्यापी विरोध प्रदर्शन करने का ऐलान किया है। पांच अगस्त को कांग्रेस, प्रधानमंत्री हाउस का घेराव करेगी। घेराव के पहले कांग्रेसी संसद से राष्ट्रपति भवन तक मार्च भी करेगी। राज्यों में भी इसी दिन विरोध प्रदर्शन किया जाएगा। कांग्रेसी राज्य मुख्यालयों पर राजभवनों का घेराव कर जनहित से जुड़े मुद्दों पर विरोध प्रदर्शन करेगी। कांग्रेस ने बडे़ पैमाने पर विरोध प्रदर्शन करने और सामूहिक गिरफ्तारी का आह्वान किया है।
कांग्रेस 5 अगस्त को मूल्य वृद्धि के खिलाफ व्यापक राष्ट्रव्यापी विरोध प्रदर्शन करेगी। पार्टी अपने बड़े विरोध के तहत संसद से राष्ट्रपति भवन और प्रधान मंत्री हाउस घेराव तक मार्च निकालने की योजना बना रही है। देश भर के राज्यों की राजधानियों में, कांग्रेस राजभवनों का घेराव करेगी, जिसमें सभी विधायकों, एमएलसी, पूर्व सांसदों और वरिष्ठ नेताओं के भाग लेने और सामूहिक गिरफ्तारी दी जाएगी।
दरअसल, देश में बढ़ती महंगाई, खाने पीने की आवश्यक चीजों पर जीएसटी थोपे जाने के खिलाफ कांग्रेस इस बार संसद के मानसून सत्र में चर्चा कराने की मांग कर रही है। मानसून सत्र के पहले दिन से कांग्रेस समेत विपक्ष महंगाई पर चर्चा की मांग पर सदन में प्रदर्शन कर रही है। इस हंगामा के चलते सदन नहीं चल पा रहा है। सरकार इस मुद्दे पर अभी तक चर्चा कराने को राजी नहीं हुई है। हालांकि, संभावना जताई जा रही है कि सोमवार या मंगलवार को सरकार महंगाई पर चर्चा करा सकती है। उधर, सदन में प्रदर्शन कर रहे सांसदों में कई दर्जन सांसदों को शेष सत्र के लिए निलंबित भी किया जा चुका है।
फिर भी कांग्रेस जनहित के मुद्दे को छोड़ने या पीछे हटने को तैयार नहीं है। विपक्ष 18 जुलाई को सत्र की शुरुआत से ही दोनों सदनों में बढ़ती कीमतों और जीएसटी का मुद्दा उठा रहा है। सोमवार को जब एक बार फिर से संसद की कार्यवाही शुरू होगी तब भी इस मुद्दे पर कांग्रेस संसद में विरोध प्रदर्शन कर सकती है ।