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एल्बेंडाजोल खाने से नहीं थम रहा बच्चों की तबियत ख़राब होने का सिलसिला, मुजफ्फरपुर और बेतिया में दर्जनों छात्रों की फिर बिगड़ी तबियत

 एल्बेंडाजोल खाने से नहीं थम रहा बच्चों की तबियत ख़राब होने का सिलसिला, मुजफ्फरपुर और बेतिया में दर्जनों छात्रों की फिर बिगड़ी तबियत

MUZAFFARPUR : मुजफ्फरपुर में उस समय हड़कंप मच गया। जब फाइलेरिया की दवा खाते ही एक स्कूल के दर्जनों बच्चे बेहोश होने लगें। जिसके बाद आनन फानन में बेहोश सभी स्कूली बच्चों को पुलिस ने ईलाज के लिए मुजफ्फरपुर के कुढ़नी पीएचसी में भर्ती कराया है। जहाँ बेहोश सभी स्कूली बच्चों का ईलाज चल रहा है। जैसे ही पुरे घटनाक्रम की जानकारी बच्चो के परिजनों को मिली। सभी परिजन तत्काल कुढ़नी पीएचसी पहुंच गए। आपकों बताते चलें की पुरा मामला मुजफ्फरपुर जिले के कुढ़नी थाना क्षेत्र के झिकटी हाई स्कूल की है।

जहाँ  फाइलेरिया की दवा खाने के बाद एक के बाद एक विद्यार्थी बेहोश होने लगें। वही मामले की जानकारी जैसे ही स्थानीय पुलिस को मिली तत्काल पुलिस मौक़े पर पहुंच बेहोश सभी स्कूली बच्चों को कुढ़नी पीएचसी पहुंचाया है। हालाँकि अभी यह संख्या बढ सकती है। वही मामले में फोन पर बातचीत के दौरान मुजफ्फरपुर जिलाधिकारी सुब्रत सेन ने बताया कि इस तरह के मामलो मे घबड़ाने की जरूरत नहीं है। अगर कोई बच्चा खाली पेट दवा का सेवन करता है तो फिर इस तरह की शिक़ायत आती है। सब बच्चो का ईलाज चल रहा है और जल्द ही सभी बच्चे स्वस्थ हो जायेंगे।

वहीँ बेतिया के राजकीय उत्क्रमित मध्य विद्यालय बसड़ा मझौलिया में फाइलेरिया और कृमि नाशक गोलियां खाते ही छात्रों को पेट दर्द और चक्कर आने की समस्या उत्पन्न हो गई। यह खबर आग की तरह चारों तरफ फैल गई। जिसके बाद बच्चों के अभिभावक विद्यालय की तरफ दौड़ पड़े। बच्चों की स्थिति गंभीर देख प्रधानाध्यापक इनेज करकेटा ने सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र मझौलिया को सूचित किया। त्वरित कार्रवाई करते हुए दो एंबुलेंस विद्यालय में भेज कर बच्चों को अस्पताल लाया गया। जहां डॉक्टर राकेश कुमार और डॉक्टर ओपी सिंह द्वारा बीमार बच्चों की इलाज शुरू कर दी गई। 

प्रधानाध्यापक इनेज करकेटा ने बताया कि फाइलेरिया और क्रीमी नाशक गोलियां विद्यालय में आए स्वास्थ्य कर्मी द्वारा बच्चों को खिलाई गई। इसके बाद बच्चों में बेचैनी, पेट दर्द और चक्कर आना शुरू हो गया। इलाज के दौरान अस्पताल में अफरा तफरी का माहौल देखा गया। अभिभावक अपने-अपने बच्चों को लेकर व्याकुल थे। डॉ ओपी सिंह ने बताया कि सभी बच्चे सुरक्षित है।

वहीँ छपरा के मशरक थाना क्षेत्र के गंगौली गांव में उत्क्रमित मध्य विद्यालय के बच्चों को फाइलेरिया की दवा देने के बाद 10 छात्र छात्राएं दवा के सेवन करने से बीमार हो गई। दवा लेने के थोड़ी देर बाद ही बहुत सारे बच्चों ने चक्कर होने और पेट दर्द की शिकायत शुरू कर दी। मौके पर सभी को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र मशरक में भर्ती कराया गया। जहां चिकित्सक द्वारा तेजी से बच्चों का इलाज शुरू किया गया। फिलहाल सभी बच्चे सुरक्षित हैं। प्रभारी डॉ संजय कुमार ने कहा कि यह दवा खाने के बाद कीड़ा के मरने से बच्चों की यह स्थिति हुई है। वैसे घबराने की कोई जरूरत नहीं है। सभी बच्चे सुरक्षित हैं। उन्होंने बताया कि फाइलेरिया की दवा खाने के बाद यदि चक्कर,जी मिचलाना जैसी कोई भी दिक्कत होती है तो यह फाइलेरिया के कीड़े शरीर में रहने के लक्षण हैं। मौके पर प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी डॉ वीणा कुमारी ने पहुंच स्थति का जायजा लिया।

मुजफ्फरपुर से मणिभूषण, छपरा से शशि और बेतिया से आशीष की रिपोर्ट 

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