पटना. बिहार में एक बार कोरोना विस्फोट शुरू हो गया है. प्रदेश में लगातार कोरोना वायरस संक्रमण का मामला सामने आ रहा है. बिहार में कोरोना संक्रमण का ये हाल है कि अब मुख्यमंत्री के जनता दरबार तक पहुंचने लगा है. सोमवार को आज जनता दरबार में अपनी शिकायत लेकर आये 6 फरीयादी कोरोना पॉजिटिव पाये गये. इससे वहां हड़कंप मच गया है. जनता दरबार के तुरंत बाद सीएम एक्शन लेना पड़ा. इस बीच सीएम नीतीश ने मीडिया से बातचीत के दौरान कहा कि जनता दरबार में सूचिबद्ध हुए लोगों की पहले ही कोरोना जांच करवाई जाती है. इसमें 186 लोग पॉजिटिव पाये गये. इसे जनता दरबार आने की अनुमति नहीं दी गयी. वहीं जनता दरबार के अंदर भी 6 फरीयादी कोरोना पॉजिटिव पाये गये हैं. उन्होंने कहा कि इस जल्द ही कोई एक्शन लिया जाएगा.
इस दौरान सीएम नीतीश ने लोगों से कोरोना को लेकर सतर्क होने को कहा है. उन्होंने कहा कि जिस तरह बिहार में कोरोना वायरस का संक्रमण बढ़ रहा है. ऐसे में बिहार के लोगों को सतर्क होना चाहिए. वहीं लोगों को कोरोना गाइडलाइन का भी पालन करना चाहिए. सीएम नीतीश ने बिहार में बढ़ते कोरोना संक्रमण को लेकर बिहार में नाइट कर्फ्यू और लॉकडाउन लगाने के भी संकेत दिये हैं. अब जल्द ही इस पर बड़ा फैसला लिया जा सकता है.
आंकड़ों के मुताबिक, पिछले साल के अंतिम दिन यानी 31 दिसंबर को राज्य भर में 158 मामले सामने आए थे, जबकि इस साल के पहले दिन 281 नए मामलों की पुष्टि हुई थी. इस चरण के पहले दौर में डाक्टर भी चपेट में आ रहे हैं. एनएमसीएच में रविवार को 194 लोगों की आरटीपीसीआर जांच में 84 चिकित्सक कोरोना पॉजिटिव पाये गये हैं. एक साथ इतनी बड़ी संख्या में डॉक्टरों के कोरोना संक्रमित होने से अस्पताल में हड़कंप मच गया है.