MOTIHARI : बिहार सरकार के आदेश व शिक्षा विभाग के वरीय पदाधिकारियो के आदेश का पूर्वी चंपारण जिला के अरेराज प्रखंड में कोई असर नही है। सरकार के आदेश पर 306 दिन बाद कोविड के नियमो को पालन करते हुए विद्यालय को आज से खोलने का आदेश मिला था। जिसमे 9 वी से ऊपर के कक्षा को खोलना था ।न्यूज़4 नेशन की टीम 1 बजे अरेराज प्रखंड के उत्क्रमित हाई स्कूल विंदवलिया में पहुंची तो बच्चे को कौन कहे शिक्षक भी बिना मास्क के वर्गकक्ष में उपस्थित थे। एक दो बच्चे घर से मास्क लगाकर पहुंचे थे। बाकी छात्र छात्राएं बिना मास्क के ही वर्ग कक्ष में मौजूद थेा।
मीडिया के विद्यालय में पहुचने के उपरांत एक शिक्षक डेढ़ बजे बीआरसी से मास्क का बंडल झोला में रखकर पहुचे। दो बंडल मास्क में एक बंडल मास्क इतना गंदगी से भरा हुआ था कि स्वस्थ्य बच्चे को भी बीमार कर सकता था। मास्क की क्वलिटी की वीडियो देखकर आप खुद अंदाजा लगा सकते है। मौके पर जांच करने पहुचे सीआरसी अमरेंद्र मिश्र ने बताया कि जो मास्क बीआरसी से मिला है वही वितरण किया जा रहा है।
अरेराज प्रखंड के उत्क्रमित हाई स्कूल में सरकार व शिक्षा विभाग के कोविड के गाइडलाइन का कोई असर देखने को नही मिला। एक बजे तक बिना मास्क के ही बच्चे स्कूल रूम में बैठे नजर आए। बच्चे की कौन कहे शिक्षक भी बिना मास्क के ही वर्ग कक्ष में उपस्थित थे। वही बीआरसी से छात्रों के बीच वितरण करने वाला मास्क विद्यालय में डेढ़ बजे पहुचा। मास्क इतना गंदा था कि स्वस्थ्य बच्चे भी लगाने से अस्वस्थ्य हो सकते है। जबकि नियम था की प्रति बच्चे को दो दो मास्क शिक्षा विभाग द्वारा वितरण करना था। बिना मास्क पहने बच्चे व मास्क में लगी गन्दगी की तस्वीर बहुत कुछ व्यवस्था की पोल खोलने के लिए काफी है।
मोतिहारी से हिमांशु की रिपोर्ट