NAWADA: नवादा सिविल सिविल कोर्ट के जिला एवं सत्र न्यायाधीश कोरोना संक्रमित हो गए हैं। रैपिड एंटीजन से जांच में उन्हें कोरोना पॉजिटिव पाया गया। इसके बाद आरटीपीसीआर जांच के लिए सैंपल पटना स्थित आईजीआईएमएस भेजा गया। सिविल सर्जन डॉ. अखिलेश कुमार मोहन ने इसकी पुष्टि की है।
बताया जाता है कि बुधवार को कोर्ट की कार्यवाही के बाद जिला जज अपने सरकारी आवास चले गए थे। जहां वह अस्वस्थ महसूस कर रहे थे। इसके बाद उन्होंने चिकित्सकों से संपर्क किया। तब कोरोना जांच की सलाह दी गई। रात में एंटीजन किट से हुई जांच में वह कोरोना संक्रमित पाए गए। इधर, कोरोना के बढ़ते प्रकोप को देखते हुए नवादा व्यवहार न्यायालय पूर्णत: वर्चुअल मोड में काम का आदेश जारी कर दिया गया है।
जिला एवं सत्र न्यायाधीश नवादा क्षेत्र के निरीक्षी न्यायाधीश से दिशा-निर्देश प्राप्त कर वर्चुअल कोर्ट के संचालन को लेकर आदेश जारी कर दिया है। हालांकि गुरुवार की सुबह अधिवक्ता व पक्षकार गण न्यायालय परिसर पहुंचे। अचानक नए आदेश की जानकारी मिलने पर सभी हैरान रह गए और धीरे-धीरे वापस लौटने लगे। मालूम हो कि दो दिन पहले जिला जज स्वयं घूम-घूमकर लोगों को कोरोना गाइडलाइन का पालन करने को कह रहे थे। उन्होंने सुरक्षाकर्मियों को हिदायत दी थी कि बिना मास्क के किसी को प्रवेश नहीं करने दें। गौरतलब है कि पटना हाईकोर्ट के मुख्य न्यायाधीश भी कोरोना संक्रमित हो गए हैं। पटना के एम्स में उनका इलाज चल रहा है। इसके बाद कोर्ट में उनके आसपास रहने वालों लोगों की जांच की सलाह दी गई। मालूम हो कि एक बार फिर कोरोना तेजी से फैलने लगा है। इसलिए मास्क और शारीरिक दूरी जैसे एहतियात काफी जरूरी हो जाते हैं। और सभी लोग को ना की जांच भी जरूर करवाएं।