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कोरोना की दूसरी लहर में हमने कई डॉक्टरों को खो दिया जिसकी पूर्ति कोई नहीं कर सकता : आईएमए

कोरोना की दूसरी लहर में हमने कई डॉक्टरों को खो दिया जिसकी पूर्ति कोई नहीं कर सकता : आईएमए

PATNA : आईएमए के अध्यक्ष डॉ सहजानंद ने बताया कि बिहार में कोरोना की रफ्तार कम हुई है. एक कारण है लॉकडाउन और दूसरा कारण है वैक्सीनेशन. हालाँकि उन्होंने कहा की लोगों से आग्रह करते हैं कि वैक्सीनेशन जल्द से जल्द ले ले. साथ ही सरकार से भी आग्रह करते हैं कि वैक्सीनेशन अवेलेबल करवाएं. ताकि लोग जल्द से जल्द वैक्सीनेशन ले. सरकार को जल्द से जल्द हर एज ग्रुप को वैक्सीनेशन देना चाहिए. थर्ड वेब को लेकर सरकार के साथ बच्चों को भी अलर्ट रहने की जरूरत है. गांव में भी आईसीयू में बनाना पड़ेगा. क्योंकि गांव में आईसीयू ना होने के कारण अगर सीरियस पेशेंट आते हैं तो उन्हें इलाज करने में दिक्कत होगा. पटना शहर में लगभग जितने भी हॉस्पिटल हैं. उसमें अच्छे से तो काम हो ही रहा है.

उन्होंने कहा की यहां के डीएम और सिविल सर्जन से आग्रह करते हैं कि जिस हॉस्पिटल में ऑक्सीजन नहीं दिए हैं. उसे जल्द से जल्द ऑक्सीजन अवेलेवल कराया जाए. अगर नहीं देते हैं तो उन्हें दिक्कत होगी. यहां 200 से ऊपर हॉस्पिटल है. लेकिन केवल 90 हॉस्पिटल को ऑक्सीजन मिला है. अगर ऑक्सीजन बाहर से आता है तो ज्यादा कीमत देनी पड़ती है. उन्होंने कहा की हर हॉस्पिटल जो कोरोना का इलाज कर रहा है. उसको ऑक्सीजन देना है. तभी आप कोरोना और आने वाले तीसरे वेब से छुटकारा पा सकते हैं. कोरोना के तीसरे लहर को लेकर उन्होंने कहा की  सबसे ज्यादा जरूरी है मास्क. लोगों को मास्क का प्रयोग करना है और हाथों को साबुन से धोना है. घर को साफ सुथरा रखना है. खासकर देहात में देखा गया है कि हर गांव में ऑक्सीमीटर अवलेबल करवा रहे हैं. उससे फायदा यह हो रहा है कि जिसका ऑक्सीजन कम रहा है तो उसे जल्द से जल्द इलाज के लिए भेजते हैं. अगर जिनका ऑक्सीजन लेवल थोड़ा कम होता है तो उसे इलाज कर बचाया जा रहा हैं. हम लोगों ने गांव में किट देने का काम किया है. जांच भी कर रहे हैं. कोरोना की दूसरी लहर गांव में काफी फैला था. लेकिन बिहार में डॉक्टर अलर्ट थे. गांव में कोरोना अब बहुत  कम हुआ है. 

उन्होंने कहा की बिहार में कोरोना से सबसे ज्यादा डॉक्टरों की डेथ हुई है. फिर भी हमारे डॉक्टरों ने काम करना बंद नहीं किया था. कोरोना काल में बहुत बड़ी क्षति हुई है. हम सब को सैल्यूट करते हैं जिन्होंने कोरोना में साथ दिया है. हमें खुद डॉक्टरों के बारे में बोलते हुए आंख में आंसू आ जाते हैं. कई हमने डॉक्टरों को खो दिया है. जिसकी पूर्ति कोई नहीं कर सकता है. समाज में बहुत बड़ी क्षति पहुंची है. अंत तक हमारे डॉक्टरों ने इलाज किया. उन्होंने कहा की डॉक्टर दिल से सेवा करता है जो थोड़ी बहुत शिकायतें आती है. उसे हम लोग दूर करने की कोशिश करते हैं. हम लोग कोशिश करते हैं कि किसी को दिक्कत ना हो और सही सही इलाज हो सके. 

पटना से वंदना शर्मा की रिपोर्ट 

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