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पहुंच-पैसा नहीं आया कामः बिहार भवन-निवास का 'भ्रष्ट' रेसिडेंट इंजीनियर सस्पेंड, EOU की छापेमारी के बाद हुई कार्रवाई

पहुंच-पैसा नहीं आया कामः बिहार भवन-निवास का 'भ्रष्ट' रेसिडेंट इंजीनियर सस्पेंड, EOU की छापेमारी के बाद हुई कार्रवाई

PATNA: बिहार के एक रिश्वतखोर इंजीनियर के पास से 2 करोड़ 61 लाख 82 हजार रुपए की संपत्ति मिली थी. आर्थिक अपराध इकाई की छापेमारी में यह खुलासा हुआ था। आर्थिक अपराध इकाई की छापेमारी के बाद अब विभाग ने उस भ्रष्ट कार्यपालक अभियंता को निलंबित कर दिया है। इस संबंध में आदेश जारी हो गया है। भवन निर्माण विभाग के आदेश में कहा गया है कि आर्थिक अपराध इकाई के एसपी ने 8 अगस्त को इस संबंध में सूचना दी थी. बिहार भवन के स्थानिक अभियंता सह कार्यपालक अभियंता फिरोज आलम के खिलाफ दो करोड़ 61 लाख 82 हजार रू आय से अधिक संपत्ति अर्जित करने का केस दर्ज किया गया है. इस आलोक में आरोपी अभियंता को निलंबित किया गया है. निलंबन अवधि में भ्रष्ट इंजीनियर फिरोज आलम का मुख्यालय मुख्य अभियंता कार्यालय पटना निर्धारित किया गया है.

धनकुबेर निकला इंजीनियर

बता दें, भवन निर्माण विभाग के इंजीनियर फिरोज आलम ने खुद के और पत्नी के नाम पर नई दिल्ली के सुखदेव नगर में 1.30 करोड़ का एक फ्लैट खरीद रखा है। इस फ्लैट के रजिस्ट्री पर 6.50 लाख रुपए खर्च किए गए थे। EOU ने 8 अगस्त को फिरोज आलम के पटना समेत 5 ठिकानों पर छापेमारी की थी। दिल्ली में भ्रष्ट अफसर के ठिकानों पर छापेमारी में एक और ठिकाना के बारे में ईओयू को जानकारी लगी थी।इसके बाद जांच टीम झारखंड में भवन निर्माण विभाग के इंंजीनियर फिरोज आलम के भाई के यहां छापा मारा। इंजीनियर फिरोज आलम पर विभाग की हमेशा मेहरबानी रही है। ये लंबे समय से बिहार भवन-बिहार निवास दिल्ली में पदस्थापित रहे हैं. कई गंभीर आरोप लगने के बाद भी विभाग की कृपा बरसती रही। 

रेजिडेंट इंजीनियर पर काबिज थे फिरोज 

फिरोज आलम भवन निर्माण विभाग के कार्यपालक अभियंता सह रेसिडेंट इंजीनियर बिहार भवन के पद पर थे. इनकी पोस्टिंग नई दिल्ली स्थित बिहार भवन और बिहार सदन के लिए थी. EOU के अनुसार, फिरोज आलम ने अपनी पत्नी के नाम पर दिल्ली में ही नूर नगर एक्सटेंशन में भी एक फ्लैट खरीद रखा है। पटना में भी भाई के नाम पर समनपुरा में एक फ्लैट खरीदा है। खुद के नाम पर 7 लाख की तो पत्नी के नाम पर 8.20 लाख की कार इन्होंने ले रखी है। अपने भतीजे के नाम पर इन्होंने एक सियाज कार खरीद रखा है, जिसे रेंट पर ये बिहार निवास में ही चलवाते हैं। EOU के अनुसार, दिल्ली के जौहरी बाग में 2, शाहीन बाग में एक फ्लैट और मेरठ में जमीन खरीदने के भी सबूत मिले हैं। इसकी जांच चल रही है। दिल्ली में घर से 1.45 लाख रुपए कैश और लाखों रुपए की ज्वैलरी बरामद हुई है। इसके अलावा भतीजे के इलाज पर एक लाख रुपए खर्च करने के कागजात मिले हैं। साथ में फिरोज आलम की भाभी का सिग्नेचर किया हुआ। सादा कागज भी बरामद हुआ है। EOU का दावा है कि फिरोज आलम का एक और ठिकाना सामने आया है। 

फिरोज आलम मूल रूप से झारखंड के पलामू स्थित हरिहरगंज के रहने वाले हैं। 11 अप्रैल 1991 में बतौर जूनियर इंजीनियर इन्होंने अपनी सरकारी नौकरी की शुरुआत की थी। उस वक्त बिहार-झारखंड एक था। जब यह नौकरी में आए थे तब इनके पास सिर्फ पैतृक संपत्ति ही थी। मगर, अब करोड़ों की संपत्ति के मालिक हैं। इनकी पोस्टिंग दरभंगा और नालंदा जिले में बिहार शरीफ में रही। EOU की जांच में इनकी कुल संपत्ति आय से 91.08% अधिक पाई गई थी।

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