PATNA : भारत विभिन्न धर्मों के आस्था को मामने वाले लोगों का देश है। जहाँ कई धर्मो के लोगों का अलग अलग धर्मो के प्रति आस्था है। देश का संविधान भी लोगों को आस्था के मुताबिक पूजा पाठ की अनुमति देता है। लेकिन आस्था के मंदिर या मस्जिद में किसी धर्म के लोगो को रोकने के लिए जबरन ताला बंद कर दी जाए तो इसे क्या कहेंगे।
दरअसल ऐसा ही एक मामला राजधानी पटना के अगमकुआं थाना क्षेत्र स्थित जिन्नाती मस्जिद का है। जहाँ मुस्लिम समुदाय और हिन्दू समुदाय के लोग आस्था का दीप और पुष्प चढाने बाबा के मजार पर बिगत कई वर्षो से आ रहे है। श्रद्धालुओं ने आरोप लगाते हुए बताया की शिया वफ्फ़ बोर्ड क कुछ लोगों द्वारा मजार के अंदर ताला बंदी कर लोगो को अंदर जाने से रोका जा रहा है।
जिसका विरोध गुरूवार को मुस्लिम और हिन्दू श्रद्धालुओं ने जताते हुए वहां लगाए गए गेट पर ताला को तोड़कर मस्जिद में अपनी हाजिरी दी है। श्रद्धालुओं की माने तो उनका साफ़ कहना है की धर्म में किसी समुदाय को कोई भी आस्था से नहीं रोक सकता है। यहाँ मस्जिद का जो भी विवाद है वो आपस में सुलह कर उसे सुलझाए। हिन्दू महिलाओ ने कहा की वर्षो से यहाँ मजार पर वे लोग हाजिरी देते आये है कभी इन्हे रोका नहीं गया।
पटना से अनिल की रिपोर्ट