पटना : पटना पुलिस और अपराधियों के बीच सेटिंग का किस्सा पुराना है. ऐसी कई वाक्या सामने भी आ चुका है. लेकिन अब पटना पुलिस मासूमों के साथ गंदा काम करने वाले अपराधियों के बचाने के लिए टेंडर खोलकर बैठ गई हैं.
एक रिपोर्ट के मुताबिक पटना की एक्टिव पुलिस 37 फीसदी पॉक्सो के केस में चार्जशीट ही दाखिल नहीं कर पाती और मासूमों के साथ गंदा काम करने वालों को जमानत मिल जाती है. रिपोर्ट के मुताबिक 11 थानों में ही 50 फीसदी से अधिक केस में चार्जशीट दाखिल नहीं की गई. ऐसे हालात में आप समझ सकते हैं अपराधियों को कैसे केस से बाहर निकालने की साजिश रच दी जा रही है.
टेंडर लेने में महिला थाना सबसे अव्वल
रिपोर्ट के मुताबिक जिन 60 थानों 261 केस में चार्जशीट नहीं दायर किया गया है उसमें महिला थाना सबसे आगे है. उसके बाद बिहटा थाना, बख्तियारपुर थाना, मसौढ़ी थाना, मनेर थाना, फुलवारी थाना, धनरुआ, पालीगंज और जक्कनपुर थाना भी लिस्ट में शामिल है. अंदरखाने से यह खबर है कि इन थानों पर जल्द कार्रवाई होना तय है.
अपराधियों से सेंटिंग वालों का नपना तय
इस मामले में सूबे के डीजीपी गुप्तेश्वर पांडेय ने कहा है कि जिन केसों का चार्जशीट नहीं हुआ है, एक हफ्ते के भीतर उसकी समीक्षा की जाएगी. साथ ही डीजीपी ने कहा कि जिन पुलिस वालों की वजह से कोर्ट में चार्जशीट दाखिल नहीं हुआ, उन पर कार्रवाई तय है.