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धनरुआ में आधा दर्जन हथियारबंद अपराधियों ने हथियार के बल पर कई घरों में की भीषण लूटपाट , पुलिस को भनक तक नहीं

धनरुआ में आधा दर्जन हथियारबंद अपराधियों ने हथियार के बल पर कई घरों में की भीषण लूटपाट , पुलिस को भनक तक नहीं

मसौढ़ी। धनरुआ के विभिन्न गांवों में घर में घुसकर आधा दर्जन हथियारबंद अपराधियों ने  शुक्रवार की देर रात भीषण लूटपाट की घटना को अंजाम दिया है, जिसके बाद गांव में हड़कंप मच गया है। लोग पुलिस की सुरक्षा पर सवाल उठा रहे हैं। वहीं थाना प्रभारी का कहना है कि उन्हें इस बारे में कोई जानकारी नहीं है, न ही किसी ने लिखित शिकायत की है

मामले में बताया गया  पुलिस से बेख़ौफ़ अपराधियों का दल सबसे पहले धनरुआ के चनाकी गांव पहुंचा और गांव के ओमप्रकाश यादव व जयप्रकाश यादव के घर में घुसकर दो मवेशियों को खोल लिया। इसके बाद वे सभी छोटू मांझी के घर में दाखिल हुए और घर में मौजूद परिवार के सभी सदस्यों को पिस्तौल के बल पर अपने कब्जे ले लिया। फिर उन्होंने घर से 10 हजार नगदी व करीब एक लाख के कीमती सामान लूट ले गए। इसके बाद वे सभी पास स्थित कालीचक गांव में घुसे और स्थानीय गांव निवासी सर्वेश यादव की पत्नी के गले से सोने की कानबाली नोच ली। इस दौरान सर्वेश ने जब उनका विरोध किया तो उन्होंने पिस्तौल की बट से उसका सिर फोड़ दिया और वहां से निकल भागे। हालांकि इस दौरान अपराधियों ने चुराए गए दो मवेशियों को वहीँ छोड़ दिया और फिर बेलदारीचक में दाखिल हो गांव के सुनील बिंद के घर को निशाना बनाते हुए घर में घुसे और पूरे परिवार को हथियार के बल पर कब्जे में ले लिया। अपराधियों ने इस दौरान उसके घर से 31 हजार नगदी के साथ करीब एक लाख के कीमती गहने लूट लिए।

सूचना के बाद भी लिखित शिकायत का इंतजार करती रही पुलिस

 हैरानी की बात तो यह है करीब तीन घंटे तक अपराधियों का आतंक इलाके में मचा रहा लेकिन इसकी भनक पुलिस को नहीं लगी। इस बाबत धनरुआ थानाध्यक्ष राजू कुमार से पूछा गया तो उनका कहना था कि कुछ जगहों पर चोरी की सूचना दूरभाष से मिली थी लेकिन इस संबंध में अबतक किसी के द्वारा कोई लिखित शिकायत नहीं की गई है। बावजूद पुलिस अपने स्तर से उक्त मामले की जांच कर रही है। बता दें कि धनरुआ थाना क्षेत्र में लगातार चोरी, लूट की घटनाएं हो रही हैं, जिन्हें रोक पाने में पुलिस पूरी तरह से नाकाम साबित हो रही है।


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