तानाशाह लालू यादव दिखा रहे टिकट बांटने में जमींदारी, डिप्टी सीएम सम्राट और विजय सिन्हा ने बोला हमला

तानाशाह लालू यादव दिखा रहे टिकट बांटने में जमींदारी, डिप्टी

PATNA: लोकसभा चुनाव होने में अब कुछ ही समय बचा है। ऐसे में सभी पार्टियां सीट बंटवारे और सभी लोकसभा सीटों पर उम्मीदवारों की घोषणा करने में जुटी हुई है। एक ओर जहां एनडीए ने सीट बंटवारे का पेंच सुलझा लिया है। वहीं महागठबंधन में अब भी सीट बंटवारे को लेकर पेंच फंसा हुआ है। इसके बावजूद राजद ने पहले चरण के चुनाव के लिए प्रत्याशियों को पार्टी सिंबल दे दिया है। वहीं इसको लेकर बिहार के डिप्टी सीएम सम्राट चौधरी और विजय सिन्हा ने राजद सुप्रीमो लालू यादव पर निशाना साधा है। वहीं राजद के ओर से अब तक जिन उम्मीदवारों की चर्चा हो रही है उनमें से अधिक उम्मीदवार कुख्यात बताएं जा रहे है जिसको लेकर भी डिप्टी सीएम ने लालू यादव पर हमला बोला है। 

तानाशाह हैं लालू यादव

दरअसल, राजद उम्मीदवारों के नामों की चर्चा को लेकर सम्राट चौधरी ने कहा कि, लालू जी तानाशाह है। केवल गुंडों पर विश्वास कर रहे हैं। जितने गुंडे हैं उनको लालू यादव टिकट देकर चुनावी मैदान में उतार रहे हैं। लेकिन उनके गुंडों से भाजपा को कोई फर्क नहीं पड़ता है। सम्राट चौधरी ने कहा कि, यह लोकतंत्र है, मोदी की सेना सबको हराएगी। नीतीश कुमार और पीएम मोदी की जोड़ी बिहार में हिट करेगी। लालू यादव के गुंडे से कोई फर्क नहीं पड़ता है। 

लालू यादव दिखा रहे अपनी जमींदारी

वहीं डिप्टी सीएम विजय सिन्हा ने सीट बंटवारे के पहले राजद सुप्रीमो द्वारा सिंबल बांटे जाने पर कहा कि, इससे लालू यादव की जमींदारी दिख रही है। वह बिहार को अपनी जमींदारी का क्षेत्र मानते हैं। वह मानते हैं कि हम जिसको सिंबल दे देंगे वह वहीं से चुनाव लड़ेगा। लालू यादव कांग्रेस को बेवस, कमजोर, लाचार समझते हैं।

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स्वार्थ की लड़ाई लड़ रहा विपक्ष

उन्होंने कहा कि, लालू समझते हैं कि कांग्रेस उनके  ऊपर टीका है, कोई आपत्ति नहीं कर सकेगा। उन्होंने कहा कि सभी लोगों के नीयत में खोट है, इस कारण इनकी नीति सफल नहीं होती। विजय सिन्हा ने कहा कि महागठबंधन के लोग भयभीत हैं। उनको लग रहा है कि आगे बढ़ के खेला नहीं किए तो हमारे साथ ही खेला ना हो जाए, इसलिए यह सब कर रहे हैं। उन्होंने आगे कहा कि विपक्ष के पास कोई  मिशन की नहीं है, केवल स्वार्थ की लड़ाई लड़ रहे हैं कि हम अपने कुछ उम्मीदवार को जुटा लें लेकिन इससे कुछ नहीं होगा। 40 की 40 सीट एनडीए के पाले में जाएगी।