DARBHANGA : DMCH के शिशु रोग विभाग में इलाज के क्रम में एक ही परिवार के तीन बच्चे की मौत होने से पूरा परिवार सदमे में है। मधुबनी जिले के इटहरवा गांव निवासी राम पुनीत यादव 28 मई की शाम अपने तीन बच्चे को इलाज के लिए डीएमसीएच के शिशु रोग विभाग में भर्ती करवाया और दो दिन के अंदर तीनों बच्चे ने बारी बारी से दम तोड़ दिया। चिकित्सक के अनुसार तीनो बच्चे के मौत पीछे खून की कमी तथा निमोनिया है।
परिवार पर न जाने किसकी लगी नजर
दरअसल, मधुबनी जिला विस्फी थाना क्षेत्र के इटहरवा गांव निवासी राम पुनीत यादव और आशा देवी ने अपने तीन बच्चे चंदन, पूजा व आरती को 28 मई को इलाज के लिए शिशु रोग विभाग में भर्ती कराया। वही तीनो बच्चे ने 24 घंटे के अंदर बारी बारी से दम तोड़ दिया। 29 मई की देर शाम चंदन और पूजा की मौत हो गई। 30 मई को आरती की भी मौत हो गई। वही एक पखवाड़े पहले उनके एक बेटे की बीमारी से मौत हो चुका था। वही तीनो बच्चे की मौत ने दंपती को पूरी तरह तोड़ दिया।
परिजन ने अस्पताल प्रशासन पर लगाया लापरवाही का आरोप
वही बच्चों के परिजन संतोष कुमार ने अस्पताल प्रशासन पर आरोप लगाते हुए कहा कि अगर सही तरीके से बच्चों का इलाज किया जाता तो उनकी जान बच सकती थी। लेकिन अस्पताल प्रशासन ने उचित इलाज नही किया। जिसके चलते तीनो बच्चे की मौत हो गई। उन्होंने कहा कि तीनों बच्चे की मौत के बाद माता-पिता की हालत काफी खराब है। उनका इलाज दरभंगा के एक निजी अस्पताल में चल रहा है।
डॉक्टरों की टीम ने बच्चों को बचाने की पूरी कोशिश
वही दरभंगा मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य के एन मिश्रा ने कहा कि तीनो बच्चे को परिजन के द्वारा गंभीर हालत में अस्पताल में भर्ती कराया गया। तीनो बच्चे शरीर मे खून की कमी के साथ निमोनिया बीमारी से ग्रस्त थे। यहां के चिकित्सकों के द्वारा बेहतर से बेहतर इलाज किया जा रहा था। लेकिन तीनो बच्चों को नही बचाया जा सका। वही अस्पताल अधीक्षक ने कहा कि उनलोगों का कोरोना जांच की रिपोर्ट भी निगेटिव आया था।
दरभंगा से वरुण ठाकुर की रिपोर्ट