GOPALGANJ: गोपालगंज सदर अस्पताल में भाषा और आईएमए के आह्वावन में सदर अस्पताल के डॉक्टरों ने एक दिवसीय ओपीडी कार्य का वहिष्कार किया। इस दौरान ओपीडी में इलाज कराने के लिए आने वाले मरीजों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ा। वही कई ऐसे मरीज है जो बिना डॉक्टर से दिखाए ही लौटते हुए नजर आए।
दरअसल, पूर्णिया में हुए डॉक्टरों पर हमले को लेकर बिहार भाषा और आईएमए के आह्वावन पर जिले के सदर अस्पताल में डॉक्टर ने कार्य का बहिष्कार करते हुए ओपीडी सेवा को ठप कर दिया और सिविल सर्जन कार्यालय में सभी डॉक्टर बैठक किए। इस दौरान ओपीडी में इलाज करने दूर दूर से पहुंचे मरीजों को कई समस्याओं का सामना करना पड़ा।
इस संदर्भ में भाषा के जिला सचिव डॉ. संजीव कुमार झा ने बताया कि डॉक्टर पर आए दिन हमले हो रहे हैं। डॉक्टर के साथ सरकारी और प्राइवेट सेक्टर में दुर्व्यवहार किया जा रहा है। इस लिए हमलोगों ने एक दिवसीय कार्य का वहिष्कार किया है।
उन्होंने कहा कि काम करने का वातावरण है उसे दूषित किया जा रहा है। हमारी मांग है कि हम लोगों की सुरक्षा बढ़ाई जाए। वहीं सिविल सर्जन डॉ. बिरेंद्र प्रसाद ने बताया कि हड़ताल नहीं बल्कि कार्य का बहिष्कार किया गया है। इमरजेंसी सेवा चालू है। लेकिन रूटीन चेक अप, एक दिन के लिए प्रभावित है।