बिहार उत्तरप्रदेश मध्यप्रदेश उत्तराखंड झारखंड छत्तीसगढ़ राजस्थान पंजाब हरियाणा हिमाचल प्रदेश दिल्ली पश्चिम बंगाल

LATEST NEWS

मुसीबते झेल परदेश से लौट रहे मजदूरों पर दोहरी मार, पथ परिवहन निगम वसूल रहा मनमानी भाड़ा

मुसीबते झेल परदेश से लौट रहे मजदूरों पर दोहरी मार, पथ परिवहन निगम वसूल रहा मनमानी भाड़ा

Sitamarhi  : परदेश में फंसे प्रवासी मजदूरों को अपने राज्य में आने के बाद भी मुसीबतें कम होने का नाम नहीं ले रही है। कई तरह की परेशानी उठाने के बाद ये प्रवासी अपने प्रदेश में इस आस के साथ लौट रहे है कि अब उनकी परेशानी कम होगी, लेकिन उन्हें निराशा ही हाथ लग रही है। 

आलम यह है कि दूसरे राज्यों से आने वाले प्रवासियों के लिए सरकार की ओर से उनके गृह जिला भेजने के लिए बसों की व्यवस्था तो की गई है, लेकिन भाड़े के नाम पर उनसे मनमानी किराया वसूल किया जा रहा है। इतना ही नहीं ट्रेन से आने के बाद उनके जांच के नाम पर सिर्फ खानापूर्ति की जा रही है।

एक ऐसा ही मामला सीतामढ़ी से सामने आया है। पटना के दानापुर स्टेशन से बिहार राज्य पथ परिवहन निगम की बस से सीतामढ़ी पहुंचे मजदूरों ने जो बताया वह जानकर आप दंग रह जायेंगे। पटना से सीतामढ़ी के लिए किराए के नाम पर उनसे 450 रु लिये गये।

मजदूरों ने बताया कि बस में बैठने के बाद पता चला कि किराया 450 रूपये देने है। यह जानकर पहले तो हमलोगों को दंग रह गये, लेकिन दूसरी कोई व्यवस्था नहीं होने की वजह से मजबूरन दोगुना किराया देकर हमलोग यहां पहुंचे।  

यात्रियों ने बताया कि बस में किसी प्रकार की सोशल डिस्टेंसिंग का भी पालन नहीं किया गया। टू बाई टू की बस पूरी तरह से फूल दिखी। वहीं यात्रियों ने किसी तरह की जांच नहीं किये जाने की भी शिकायत की।

इधर चालक ने कहा कि वो क्या करे प्रशासन ने जो आदेश दिया बस मैं पालन कर रहा हूं। बस पर भाड़ा तालिका भी चिपका हुआ है जिस पर कोविड 19 के अवसर पर राजधानी एक्सप्रेस से आने वाले यात्रियों के लिये विशेष परिवहन व्यवस्था लिखा हुआ है और विभिन्न शहरों का अलग अलग किराया है,  जिसमें सबसे अधिक पटना से मधुबनी का किराया 550 रूपये अंकित है।  

ग़ौरतलब हो कि पटना से सीतामढी का किराया 200 रूपये ही हैं, ऐसे में दोगुना रक़म वसूलना सरकार की नीति पर सवालिया निशान खड़ा कर रहा है।

सीतामढ़ी से आदित्यनंद आर्य की रिपोर्ट

Suggested News