पटना. बिहार में भले राजद और जदयू ने महागठबंधन के बैनर तले सरकार बना ली हो. लेकिन, राजद सुप्रीमो लालू यादव अभी भी नीतीश कुमार के लेकर संभवतः संशय में हैं. इसका इशारा भी उन्होंने खुद दिया है. लालू और नीतीश की मंगलवार देर शाम हुई मुलाकात में लालू की एक टिप्पणी से जाहिर होता है कि नीतीश कुमार के बार बार गठबंधन दलों को बदल लेने की प्रवृत्ति से लालू वाकिफ हैं. इसलिए इस बार उन्होंने नीतीश कुमार को अनुरोध के अंदाज में साफ साफ कह दिया है कि फिर से ऐसा न हो, इसका ध्यान रखिये.
दरअसल, मंगलवर शाम लालू यादव के दिल्ली से पटना लौटने पर नीतीश कुमार उनसे मिलने गए थे. दौरान दोनों ने एक दूसरे से गर्मजोशी के साथ मुलाकात की. इस दौरान नीतीश कुमार ने लालू को पुष्प गुच्छ भी भेंट किया. मुलाकात के दौरान जब नीतीश कुमार ने लालू से पूछा- अब कैसे हैं आप? तब लालू ने कहा कि वे अब पहले से ठीक हैं. और आगे अब सब ठीके होगा. लालू यहीं नहीं रुके उन्होंने अपने चिर परिचित ठेंठ अंदाज में सीएम नीतीश से कहा कि ‘अब इधर- उधर मत जैईयह; सबके लेके चलिहअ; गार्जियन बारअ तू.’
लालू से इतना सुनते ही नीतीश कुमार मुस्कुराने लगे. वहीं लालू का जवाब सुनते ही कमरे में मौजूद राबड़ी देवी तेजस्वी यादव, मीसा भारती और तेज प्रताप यादव और विजय चौधरी भी ठहाका लगाकर हंसने लगे. लालू ने के प्रकार से इशारों में अपने मन के भीतर छिपे संशय को जाहिर कर दिया. साथ ही नीतीश कुमार को एक संदेश भी दे दिया कि आप ही अब अभिभावक की भांति सरकार चलाएं और सभी को यानी तेजस्वी-तेज प्रताप को साथ लेकर चलें.
गौरतलब है कि वर्ष 2015 में भी नीतीश कुमार और लालू यादव ने बड़े ही उत्साह के साथ महागठबंधन के बैनर तले चुनाव लड़ा था. बिहार में महागठबंधन की सरकार भी बनी. लेकिन जुलाई 2017 में ही नीतीश कुमार ने लालू यादव से नाता तोड़कर भाजपा के साथ मिलकर सरकार बना ली. वहीं 2020 में भाजपा के साथ चुनाव लड़ने वाले नीतीश ने अब दो साल के पहले ही भाजपा से नाता तोड़कर राजद और अन्य दलों के साथ सरकार बना ली. लालू यादव ने शायद इसी कारण अपने मन के संशय को प्रकट करते हुए नीतीश को साफ कर दिया कि ‘अब इधर- उधर मत जैईयह; सबके लेके चलिहअ; गार्जियन बारअ तू.’