AURANGABAD : बिहार कैबिनेट की बैठक में पिछले पांच वर्षों से बिना सूचना के गायब रहने वाले औरंगाबाद जिले के दो सरकारी चिकित्सकों को सेवा से बर्खास्त कर दिया गया हैं। स्वास्थ्य महकमें के अधिकारिक सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक प्रदेश की राजधानी पटना में मंगलवार को बिहार कैबिनेट की बैठक हुई।
बैठक में स्वास्थ्य विभाग की समीक्षा में पाया गया कि औरंगाबाद सदर अस्पताल में कार्यरत चर्म रोग चिकित्सक डॉ. मृत्युंजय कुमार और हसपुरा रेफरल अस्पताल में कार्यरत सर्जन डॉ. वीरेन्द्र कुमार बिना सूचना के पिछले पांच वर्षों से गायब है। इस पर सरकार ने कड़ा एक्शन लेते हुए दोनों चिकित्सकों को सेवा से बर्खास्त कर उचित कार्रवाई करने का स्वास्थ्य विभाग को निर्देश दिया।
इस संबंध में पूछे जाने पर औरंगाबाद के सिविल सर्जन डॉ. कुमार वीरेंद्र प्रसाद ने कहा कि बर्खास्त होने की जानकारी मिली हैं। लेकिन अभी तक कोई पत्र नही मिला हैं। वही इस संबंध में पूछे जाने पर डॉ. मृत्युंजय कुमार ने कहा कि मैने कब से अपने पद से इस्तीफा देने के लिए विभाग को लिखित व मौखिक रूप से सूचित किया। लेकिन विभाग में डॉक्टरो का इस्तीफा स्वीकार नही किया जाता हैं। वहीं डॉ. वीरेंद्र कुमार से सम्पर्क नही हो सका।
औरंगाबाद से दीनानाथ मौआर की रिपोर्ट