फ्रॉड बिल्डर पर ED का शिकंजाः पटना के 'अग्रणी होम्स' के 8 ठिकानों पर छापेमारी खत्म, 119 बैंक खाते और दो लग्जरी वाहन फ्रीज

PATNA: बिहार में हजारों ग्राहकों से करोड़ों रू का फ्राड करने वाले बिल्डर आलोक कुमार सिंह जेल में हैं. अब ईडी ने फ्रॉड बिल्डर की कंपनी पर पूरी तरह से शिकंजा कस दिया है. ईडी ने अग्रणी होम्स के पटना समेत कई ठिकानों पर 18 मार्च से ही छापेमारी कर रही थी. रेड के बाद 119 बैंक अकाउंट मिले हैं. जिसे फ्रीज कर दिया गया है.
प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने बिहार की एक रियल एस्टेट कंपनी के प्रमोटरों के यहां छापेमारी के बाद धनशोधन रोधी कानून के तहत 119 बैंक खाते, दो लग्जरी वाहन और कुछ बीमा पॉलिसी जब्त कर फ्रीज कर दिया है। समूह और उसके प्रमोटरों पर घर खरीदने वाले उपभोक्ताओं के साथ ठगी करने का आरोप है एजेंसी ने एक बयान जारी कर कहा है कि अग्रणी होम्स प्राइवेट लिमिटेड नामक कंपनी के लगभग आठ स्थानों पर 18 अप्रैल को तलाशी शुरू की गई थी।
इसके सीएमडी आलोक कुमार सिंह, विजया राज लक्ष्मी, अलका सिंह, राणा रणवीर सिंह के साथ पटना, वाराणसी, लखनऊ और दिल्ली में एक "प्रमुख कर्मचारी" सात्विक सिंह और चार्टर्ड अकाउंटेंट निशात श्रीवास्तव के ठिकानों पर एक साथ रेड की गई।ईडी ने आरोप लगाया है कि अग्रणी समूह की कंपनियों और उसके निदेशक ने घर खरीदारों के साथ धोखाधड़ी की है और अवैध रूप से अपने व्यक्तिगत नाम या अन्य कंपनियों के नाम पर संपत्ति हासिल करने के लिए उनकी जमा राशि/निवेश को डायवर्ट किया है।
एजेंसी ने यह भी बताया कि कंपनी और उसके प्रमोटरों के खिलाफ मनी लॉन्ड्रिंग का मामला, धन शोधन निवारण अधिनियम (पीएमएलए) के प्रावधानों के तहत दर्ज किया गया है। बिहार पुलिस ने समूह के खिलाफ की गई धोखाधड़ी की शिकायत से जुड़े मामलों में कम से कम आठ एफआईआर दर्ज की हुई हैं। ईडी ने यह भी कहा है कि अग्रणी होम्स प्राइवेट लिमिटेड, पटना, सीएमडी सिंह और अन्य के खिलाफ 73 से अधिक शिकायतें मिली हैं। इन शिकायतों में कहा गया है कि उक्त कंपनी ने संभावित घर खरीदारों को 9.73 करोड़ रुपये का चूना लगाया है।