N4N DESK : रूस और यूक्रेन के बीच युद्ध जारी है। इसका असर अब भारतीय बाज़ार पर भी देखने को मिलने लगा है। इस युद्ध की वजह से पिछले दिनों में खाद्य तेल की कीमत 10 से 12 रूपये प्रति लीटर बढ़ गयी है। यदि यहीं नौबत रही तो खाद्य तेल के कीमत में अभी और उछाल आ सकता है। इस बीच बताया जा रहा है की फिलहाल देश में डेढ़ से दो महीने का ही सूरजमुखी तेल का भंडार मौजूद है।
वजह यह है की भारत पूरे साल में 25 लाख टन सूरजमुखी तेल का आयात करता है। पूरे आयात का 90 फीसदी हिस्सा रूस और यूक्रेन से आता है। पाम और सोयाबीन के बाद सूरजमुखी का ही देश में बड़े पैमाने पर आयात किया जाता है। लेकिन रूस और यूक्रेन सूरजमुखी के बड़े निर्यातक माने जाते हैं।
बताया जा रहा है की देश में हर साल तक़रीबन 2.3 करोड़ टन खाद्य तेल की खपत है। लेकिन तिलहन की कम उपज की वजह से बाहर के देशों से तेल मंगाना पड़ता है। युद्ध बढ़ने की स्थिति में बंदरगाहों पर आवागमन प्रभावित हो सकता है। जिससे खाद्य तेल की समस्या खड़ी हो सकती है।