नई दिल्ली : लोकसभा चुनाव से कुछ हफ्तों पहले एक बेहद चौंकाने वाले कदम में चुनाव आयुक्त अरुण गोयल ने इस्तीफा दे दिया है. राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने चुनाव आयुक्त अरुण गोयल इस्तीफा स्वीकार कर लिया है. बता दें निर्वाचन आयोग में मुख्य चुनाव आयुक्त और दो चुनाव आयुक्त होते हैं. पहले से ही एक चुनाव आयुक्त का पद खाली है .चुनाव आयुक्त अनूप कुमार पांडे फरवरी में सेवानिवृत्त हो गए थे और अब अरुण गोयल के इस्तीफे के बाद पूरी जिम्मेदारी मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार के कंधों पर आ गई है.
1985 बैच के पंजाब कैडर के आईएएस अधिकारी रहे अरुण गोयल ने 18 नवंबर, 2022 को स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति ली थी. उसके अगले दिन ही उन्हें चुनाव आयुक्त नियुक्त कर दिया गया था. उनका कार्यकाल दिसंबर, 2027 तक था. वह अगले साल मुख्य चुनाव आयुक्त (सीईसी) के सेवानिवृत्त होने के बाद उनकी जगह लेने वाले थे.
लोकसभा चुनाव को लेकर बढ़ी सरगर्मियों के बीच चुनाव आयुक्त अरुण गोयल ने इस्तीफा दे दिया है। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने उनका इस्तीफा मंजूर भी कर लिया है। गोयल के इस्तीफे के बाद तीन सदस्यीय चुनाव आयोग में अब दो पद रिक्त हो गए हैं। अब सारी जिम्मेदारी मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार के कंधों पर आ गई है। गोयल की नियुक्ति पर सवाल उठे थे और सुप्रीम कोर्ट में चुनौती भी दी गई थी.
विधि मंत्रालय की अधिसूचना में कहा गया है कि राष्ट्रपति ने गोयल का इस्तीफा मंजूर कर लिया है, जो शनिवार से प्रभावी हो गया. गोयल का इस्तीफा ऐसे समय में आया है, जब देश में जल्द ही लोकसभा चुनावों की तिथियों की घोषणा होने वाली है