NEWS4NATION DESK: 12 मई को लोकसभा चुनाव का छठां चरण संपन्न होगा. इसमें बिहार की आठ सीटों पर भी चुनाव कराये जायेंगे. इन लोकसभा सीटों में शामिल हैं वाल्मीकिनगर, पश्चिम चंपारण, पूर्वी चंपारण, शिवहर, वैशाली, गोपालगंज, सीवान और महाराजगंज. इन सभी सीटों पर 2014 में एनडीए के उम्मीदवारों ने जीत हासिल की है. इस चुनाव में महागठबंधन के पास खोने के लिए कुछ भी नहीं. लेकिन चुनावी समीकरण से एनडीए के खेल बिगड़ भी सकते हैं. बड़े पार्टियों के साथ छोटे पार्टियों का गठबंधन इसमें महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकता है. आठ में से चार सांसदों के टिकट इस बार काट दिए गए है. उन सांसदों की भी इसमें अहम भूमिका हो सकती है. जेडीयू को अधिक सीट देने से इसमें कमी आई है.
सबसे पहले बात करते हैं वाल्मीकिनगर की. यहाँ सतीश चंद्र दुबे वर्तमान सांसद हैं. 2014 में भारतीय जनता पार्टी की टिकट पर चुनाव जीते थे. इस बार यह सीट जेडीयू के खाते में चली गई. जिससे मुकाबला जेडीयू के बैद्यनाथ प्रसाद महतो और कांग्रेस के शाश्वत केदार के बीच हो गया है. इसी तरह पश्चिम चंपारण से डॉ. संजय जायसवाल वर्तमान सांसद है. वे बीजेपी की टिकट पर चुनाव जीते थे. इस बार संजय जायसवाल का मुकाबला रालोसपा के ब्रजेश कुमार कुशवाहा से. जबकि पिछली बार रालोसपा एनडीए का हिस्सा था. शिवहर में रमा देवी सांसद हैं जो बीजेपी के टिकट पर चुनाव जीती थी. वे इस बार भी बीजेपी की टिकट पर मैदान में हैं, जिनका मुकाबला आरजेडी के सैयद फैजल अली से है. वैशाली में पिछली बार रामा सिंह लोजपा की टिकट पर चुनाव जीते थे. इस बार उनका टिकट काटकर वीणा देवी को दे दिया गया है जिनका मुकाबला आरजेडी के रघुवंश प्रसाद सिंह से है.
गोपालगंज को लालू परिवार का गढ़ माना जाता है. यहाँ से BJP के सांसद है जनकराम, इस बार यह सीट जेडीयू के खाते चली गई है, जिससे सीधा मुकाबला जेडीयू के अजय कुमार सुमन और आरजेडी के सुरेंद्र राम के बीच हो गया है. बाहुबली शहाबुद्दीन यहाँ से चार बार सांसद रह चुके हैं. उनकी पत्नी हिना शहाब ने यहाँ से तीन बार चुनाव लड़ा, लेकिन उन्हें सफलता नहीं मिली. यहाँ से वर्तमान सांसद हैं BJP के ओम प्रकाश यादव है, इस बार जेडीयू की कविता सिंह और आरजेडी के हिना शहाब के बीच मुकाबला है. इसी तरह महाराजगंज सीट पर BJP की टिकट पर चुनाव जीते जनार्दन सिंह सिग्रीवाल का कब्जा है, जिनका मुकाबला इस बार आरजेडी के रणधीर सिंह से है.