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BIG BREAKING : सीएम नीतीश के हेलिकॉप्टर की हुई इमरजेंसी लेंडिंग, आपात स्थिति में गया हवाईअड्डे पर उतारा गया

BIG BREAKING : सीएम नीतीश के हेलिकॉप्टर की हुई इमरजेंसी लेंडिंग, आपात स्थिति में गया हवाईअड्डे पर उतारा गया

 पटना. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के हेलिकॉप्टर की शुक्रवार को गया हवाई अड्डे पर आपात लेंडिंग हुई. वे राज्य में सुखाड़ग्रस्त जिलों का हवाई सर्वेक्षण करने निकले थे, लेकिन अचानक मौसम खराब हो जाने की वजह से उनके हेलिकॉप्टर को गया में उतारा गया. मुख्यमंत्री के गया ऐयरपोर्ट पर उतरने की सूचना पर जिला प्रशासन व पुलिस एयरपोर्ट के लिए दौड़ पड़ी। इस दौरान करीब दस मिनट तक मुख्यमंत्री ऐयरपोर्ट पर रुके। वहीं, गया के डीएम डॉ त्यागराजन के अनुसार इसे इमरजेंसी लैंडिंग कहना उचित नहीं होगा. मौसम की खराबी की वजह से गया में सीएम के हेलिकॉप्टर को उतारा गया है. 

मौसम के अचानक करवट लेने के कारण सीएम को अपना दौरा बीच में ही रोकना पड़ा. उन्होंने गया हवाई अड्डे पर करीब 10 मिनट तक रुकने के बाद सड़क मार्ग से पटना वापस लौटने का निर्णय लिया. गया जिला प्रशासन की ओर से  उनके लिए सड़क मार्ग से वापस पटना जाने के लिए काफिले की व्यवस्था की गई। मुख्यमंत्री सड़क मार्ग से पटना के लिए 2 बजकर 20 मिनट पर निकल गए। मौसम के खराब होने के कारण मुख्यमंत्री का हवाई सर्वेक्षण रोक दिया गया. वे दक्षिण बिहार के जिलों का सर्वेक्षण करने निकले थे. 

दरअसल, मानसून सीजन अभी तक बिहार में सामान्य बारिश की तुलना में तकरीबन 60 फीसदी बारिश ही दर्ज की गई है. मौसम विभाग के अनुसार जून से अब तक राज्य में औसतन 602 मिमी बारिश होनी चाहिये थी. लेकिन, सिर्फ 378 मिमी बारिश ही अभी तक हुई है. जिसके चलते बिहार में सूखे के आसार बन रहे हैं. जिसको लेकर राज्य सरकार अलर्ट मोड में आ गई है. बिहार इस समय सबसे खराब स्थिति से गुजर रहा है. बिहार में दक्षिण-पश्चिम मानसून की स्थिति बेहद खराब है.

वहीं, प्रदेश का कई जिला ऐसा भी है जहां पर 40 फिसदी ही बारिश अब तक हुई है. इन जिलों में लखीसराय और भागलपुर भी शामिल हैं. प्रदेश में कम बारिश के कारण कई जिलों में धान की रोपनी भी प्रभावित हुई है. सूबे के धान का कटोरा कहे जाने वाले रोहतास, कैमूर जैसे जिलों में भी स्थिति बेहद खराब है. यहां नहरों के सहारे खेतों में पटवन हो रहा है. लेकिन नहर में भी तेजी से पानी कम होने के कारण हालात बद से बदतर होने का खतरा मंडरा रहा है. वहीं उत्तर बिहार के जिलो में में स्थिति सामान्य नहीं है. ज्यादातर जिलों में धान और खरीफ फसलों पर कम बारिश के कारण प्रतिकूल प्रभाव पड़ रहा है.


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