PATNA: बिजली चोरी रोकने को लेकर बिजली विभाग ने पुलिस से मदद मांगी है। साथ ही हर जिले में एक डीएसपी को नामित करने का आग्रह किया है। ऊर्जा विभाग ने पुलिस महानिरीक्षक, उपमहानिरीक्षक व जिलों के एसपी को पत्र लिखकर बिजली चोरी रोकने में सहयोग देने की अपील की है. ऊर्जा विभाग के सचिव संजीव हंस ने इस संबंध में पत्र लिखा है.
पत्र में कहा गया है कि विद्युत कंपनियां उपभोक्ताओं को 24 घंटे बिजली आपूर्ति को लेकर प्रयासरत हैं. हाल के दिनों में शहरी क्षेत्रों में 22 से 24 घंटे तथा ग्रामीण क्षेत्रों में 20 से 22 घंटे विद्युत आपूर्ति की जा रही है. जितनी बिजली दी जा रही है उसके सापेक्ष में बिजली बिल जमा नहीं होने के कई कारण हैं । इनमें एक कारण बिजली चोरी से उपयोग करना है। राज्य सरकार सभी उपभोक्ताओं के वर्तमान मीटर को प्रीपेड मीटर से बदलने का निर्णय लिया है .प्रथम पेज में शहरी क्षेत्र के उपभोक्ताओं का मीटर स्मार्ट प्रीपेड मीटर में बदला जा रहा है. बिजली चोरी रोकने के लिए कंपनियां लगातार छापेमारी चला रही हैं. चोरी पकड़े जाने पर आईपीसी की विभिन्न धाराओं में प्राथमिकी भी दर्ज की जाती है.
उर्जा सचिव ने पत्र में उल्लेख किया है कि कई बिजली चोरी में चोरी पकड़े जाने पर कुछ मामलों में स्थानीय थाना में एफ आई आर दर्ज करने में देरी या असुविधा होती है. ऐसा देखा जा रहा है कि बिजली चोरी की छापेमारी के दरम्यान कुछ जगहों पर असामाजिक तत्वों द्वारा विद्युत टीम के साथ अभद्र व्यवहार, कार्य में बाधा के साथ-साथ मारपीट तक की जा रही है. ऐसे में अपने स्तर से हर एक जिला हेतु एक उप पुलिस अधीक्षक स्तर के पदाधिकारी को बिजली चोरी रोकथाम के लिए विद्युत कार्यपालक अभियंता स्तर से संपर्क हेतु नामित किया जाए. ताकि बिजली चोरी रोकने हेतु उनसे पुलिस बल की प्रतिनियुक्ति के साथ ही आवश्यकता पड़ने पर या विधि व्यवस्था की समस्या उत्पन्न होने पर तुरंत सहयोग लिया जा सके. साथ ही स्थानीय थाना को भी बिजली चोरी की रोकथाम के लिए समय पर पुलिस बल की उपलब्धता, बिजली चोरी पकडे जाने पर सुसंगत धाराओं में प्राथमिकी दर्ज करने एवं अन्य सहयोग के लिए आदेश निर्गत किया जाए .