डेस्क। नोटबंदी को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के काम पर सवाल खड़े करनेवाले पूर्व आयकर अधिकारी और गुजरात के सूरत में भाजपा के बड़े नेता माने जाने वाले पीवीएस शर्मा कानून के शिकंजे में फंसते जा रहे हैं। ईडी ने उनके खिलाफ बड़ी कार्रवाई करते हुए 2.70 करोड़ रुपए की संपत्ति जब्त की है। जिसमें फ्लैट, दुकानें प्लॉट व बैंक फिक्स डिपोजिट शामिल हैं।
अखबार के फर्जी सर्कुलेशन दिखाकर की थी ठगी
बताया गया कि पीवीएस शर्मा संकेत मीडिया के डायरेक्टर भी थे, जिसे लेकर उनके खिलाफ फर्जीवाड़ा करने और साजिश के तहत सरकार व निजी एजेन्सियों से ठगी कर 2.70 करोड़ रुपए के विज्ञापन लेने के आरोप लगाए गए थे। आयकर विभाग ने अखबारों का सर्कुलेशन अधिक दिखा कर धोखाधड़ी करने का मामला दर्ज करवाया था।जिसके चलते आयकर विभाग ने उनके घर समेत अन्य ठिकानों पर टीमें बना कर जांच शुरू की थी। जिसके पश्चात् संकेत मीडिया फर्म, लॉकरों व कंपनियों का खुलासा हुआ। शर्मा के साथियों की गिरफ्तारी भी हुई।
आत्महत्या की कर चुके हैं कोशिश
गिरफ्तारी के ब शर्मा ने कथित-तौर पर नवसारी के सातम गांव में सरिए से फंदा लगा कर जान देने की कोशिश की। हालांकि, उनकी जान बच गई। उनका इलाज काफी समय चला। बाद में पुलिस ने उन्हें पकड़ लिया। शर्मा का नाम तब चर्चा में आया था जब उन्होंने शहर के बड़े ज्वैलर्स पर नोटबंदी के दौरान घोटाले का आरोप लगाते हुए जांच की मांग की थी। इसको लेकर कई ट्वीट भी किए थे। इन ट्वीट में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को भी शामिल किया था। इसी के बाद से वह सूरत के कई बिल्डर्स के निशाने पर आ गए थे।