पटना... बिहार चुनाव 2020 एग्जिट पोल के नतीजों के बाद कांग्रेस ने विधायकों में सेंधमारी की आशंका को देखते हुए सेंधमारी रोकने की कमान एक बार फिर अपने विश्वस्त सिपाहियों को सौंपी है। ये सिपाही जीतने वाले विधायकों को एकजुट रखने के साथ भावी सरकार को लेकर सहयोगियों से बात भी करेंगे। कांग्रेस के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी ने कई राज्यों में चुनाव के बाद सेंधमारी की कोशिश से सबक लेते हुए यह कदम उठाया है। राहुल गांधी के फरमान पर कांग्रेस महासचिव रणदीप सिंह सुरजेवाला, दक्षिण बिहार के प्रभारी विरेंद्र सिंह राठौर, पंजाब के विधायक गुरुकीरथ सिंह, राजस्थान के सरकार के मंत्री रघु शर्मा, राजेंद यादव, झारखंड सरकार के स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता, स्क्रीनिंग कमेटी के सदस्य निजामुद्दीन जैसे नेता बिहार पहुंच गए हैं।
वहीं, आज उत्तर बिहार के प्रभारी अजय कपूर, स्क्रीनिंग कमेटी के अध्यक्ष अविनाश पांडेय के साथ ही दूसरे कई अन्य नेताओं के भी बिहार आने की जानकारी कंाग्रेस सूत्रों ने दी है।
पटना पहुंचे कांग्रेस के वरिष्ठ नेता घटक दलों के साथ मिलकर जहां सरकार गठन में आपसी सामंजस्य बनाएंगे। वहीं इनकी जिम्मेदारी पार्टी के विजयी उम्मीदवारों को बांधे रख्ने की भी होगी कांग्रेस को आशंका है क जैसे-जैसे महागठबंधन के पक्ष में नतीजे आएंगे वैसे-वैसे सेंधमारी का खतरा बढ़ेगा। इस लिहाजा से सावधानी में कोई कोर कसर नहीं रहने देना चाहती है।
बहरहाल कंाग्रेस महासचिव सुरजेवाला ने पटना पहुंचने के बाद कहा कि जनता से वोट सिर्फ सत्ता परिवर्तन के लिए नहीं बल्कि व्यवस्था परिवर्तन के लिए दिया है। एग्जिट पोल के जो नतीजे बताए जा रहे हैं। महागठबंधन कहीं उससे ज्यादा सीटों से प्रदेश में सरकार बनाएगा। उन्होंने कहा कि जनताने इस बार नौजवन, किसान का विरोध करने वाली बेरोजगारी को दर-दर भटकाने वाली सरकार के खिलाफ वोट किया है।