पांच सूत्री मांगों को लेकर सड़क पर उतरे अतिपिछड़ा आरक्षण बचाओ संघर्ष मोर्चा, पुलिस ने विधानसभा का घेराव करने से रोका, किया बल प्रयोग

PATNA: बिहार में सियासी उथल-पुथल के बीच अतिपिछड़ा आरक्षण बचाओ संघर्ष मोर्चा के बैनर तले विधानसभा का घेराव कर रहे हैं। प्रदर्शनकारी अपने पांच सूत्री मांगों के लिए प्रदर्शन कर रहे हैं। वहीं प्रदर्शनकारियों पर पुलिस ने हल्का बल प्रयोग किया। रामबली चंद्रवंशी के नेतृत्व में अतिपिछड़ा आरक्षण बचाओ संघर्ष मोर्चा की ओर से विधानसभा घेरने के लिए बुधवार को मार्च निकाला गया था।
जानकारी के अनुसार पटना के रामगुलाम चौक पर पुलिस की ओर से बैरिकेडिंग कर रोकने की कोशिश की, लेकिन प्रदर्शनकारी बैरिकेडिंग तोड़ फ्रेजर रोड से डाकबंगला चौराहा की ओर बढ़ने लगे। इस दौरान कुछ पुलिसकर्मियों ने लाठियां चलानी शुरू कर दी। इस दौरान कई प्रदर्शनकारियों को हल्की चोट लगी है। पटना सदर के एसडीएम श्रीकांत कुंडलिक खांडेकर ने धारा 144 का हवाला देते हुए जगह खाली करने के लिए माइकिंग करने लगें। इसके बावजूद प्रदर्शनकारी डटे रहे।
वहीं वरीय अधिकारियों की ओर से अपील करने के बाद रामबली चंद्रवंशी ने डाकबंगला चौराहे पर करीब 45 मिनट प्रदर्शन के बाद विधानसभा घेराव समाप्त कर दिया। साथ ही प्रोफेसर रामबली चंद्रवंशी ने कहा कि हमारे ऊपर पुलिस की ओर से लाठियां चलाई गई। कई महिला समर्थकों के साथ छेड़खानी की गई। इस घटना की जितनी निंदा की जाए, वह कम है। हम लोग शांतिपूर्ण ढंग से विधानसभा का घेराव करने जा रहे थे। लेकिन फ्रेजर रोड पर पुलिस की ओर से बैरिकेडिंग कर रोक दिया गया। हम लोग डाकबंगला तक पहुंचे और वहीं सभा समाप्त कर दिए।
पांच सूत्री मांगे
1) तेली, तंमोली एवं दांगी को मूल अति पिछड़ा की सूची से हटाकर अलग सूची बनाया जाएं
2)केंद्रीय स्तर पर ओबीसी का वर्गीकरण कर रोहिणी आयोग के अनुशंसा को लागू किया जाए
3)एससी एसटी की तरह अति पिछड़ा अत्याचार निवारण कानून बनाया जाए
4)पंचायत एवं निकायों में अति पिछड़ा को 33 % आरक्षण लागू किया जाए
5) पहाड़ पुरुष दशरथ मांझी एवं अब्दुल कयूम अंसारी को भारत रत्न दिया जाए