सीएम नीतीश के "अश्लील" बयान पर रोने लगी महिला विधायक, कहा विधान मंडल में खोल दे "सेक्स" विद्यालय

PATNA : मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने आज विधानसभा और विधान परिषद् में जिस तरह से जनसँख्या नियंत्रण की चर्चा की उसकी भाजपा नेताओं ने कड़ी निंदा की है। इस मामले को लेकर भाजपा प्रदेश अध्यक्ष सम्राट चौधरी ने कहा की जिस तरह से मुख्यमंत्री ने राज्य की साढ़े छः करोड़ महिलाओं बहनों के लिए अपशब्द का प्रयोग किया है। इसके मद्देनजर उन्हें एक घंटे भी मुख्यमंत्री के पद पर नहीं रहना चाहिए। उन्होंने कहा मुख्यमंत्री नीतीश कुमार बीमार हैं और भारत का संविधान कहता है की बीमार आदमी को गद्दी पर रहने का अधिकार नहीं है। कहा की कोई मुख्यमंत्री को दवा खिला रहा है।
वहीँ विधान परिषद् में नेता प्रतिपक्ष हरीश सहनी ने कहा कि जब तक मुख्यमंत्री विधान परिषद में उपस्थित रहेंगे। मैं अपने आंखों में काला पट्टी बांधकर रहूंगा। क्योंकि ऐसे मुख्यमंत्री का चेहरा देखना मेरे लिए मुनासिब नहीं होगा। उन्होंने कहा की सेक्स एजुकेशन उनको जहाँ बोर्ड लगा हो, वहां जाकर देना चाहिए। राज्य की सबसे बड़ी पंचायत इसके लिए जगह नहीं हैं।
उधर भाजपा एमएलसी निवेदिता सिंह मुख्यमंत्री के बयान पर कैमरे के सामने रोने लगी। उनकी आँखों में आंसू आ गए। उन्होंने कहा की इस तरह के आपत्तिजनक बयान शर्मनाक है। कहा की महिला का अपमान मुख्यमंत्री से होना शमिन्दा करनेवाला है। उन्होने कहा की कोई भी काम यदि परदे के पीछे होता है तो परदे के पीछे ही रहता है। उसको सामने लाने का समय और स्थान तय होता है।
निवेदिता सिंह ने कहा की सेक्स एजुकेशन के लिए विद्यालय क्यों नहीं खुलवा दे रहे हैं। सिंह ने कहा की मैं यह शब्द सुनकर बाहर चली आई। उन्होंने कहा की मुख्यमंत्री ने आज जो किया है उससे बिहार की महिला शर्मसार हुई है।