PATNA : केके पाठक और डॉ. अजय कुमार के बीच उत्पन्न विवाद बढ़ता ही जा रहा है. डॉ अजय कुमार ने केके पाठक के खिलाफ लोकल थाने में एफआईआर दर्ज करवा दिया है. अजय कुमार की मानें तो दो हफ्ते का इंजतार करेंगे, ताकि इस केके पाठक के खिलाफ कठोर कार्रवाई हो. अगर इसके बाद भी राज्य सरकार की तरफ से कोई एक्शन नहीं लिया जाता है तो वह कोर्ट की मदद लेंगे।
इससे पहले शिक्षा विभाग के एसीएस केके पाठक द्वारा फोन पर गाली दिए जाने और नोटिस भेजे जाने को लेकर डा. अजय कुमार ने आज बिहार आईएमए की इमरजेंसी बैठक बुलाई गई. जिसमें यूरोलॉजिस्ट डॉ अजय कुमार ने बिहार आईएमए के सदस्यों को विस्तार से बताया कि बिहार शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव केके पाठक ने बीते 25 दिसंबर को रात में फोन किया था. उस वक्त वो केरला में अपने परिवार के साथ थे और फोन करते ही गाली दी. मैंने केके पाठक के खिलाफ थाने में एफआईआर दर्ज करवा दी है. डॉक्टर कुमार ने केके पाठक पर प्रताड़ित करने का आरोप लगाया।
डॉ अजय कुमार ने बैठक में जानकारी दी है इस मुद्दे को लेकर बिहार के गर्वनर विश्वनाथ अर्लेकर, मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, चीफ सेक्रेटरी के साथ-साथ देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को चिट्टी लिखी है. चिट्टी के जरिए मांग की गई है कि पूरे मामले की जांच की जाए और केके पाठक पर सख्त कार्रवाई की जाए. कार्रवाई के लिए वो दो हफ्ते का इंतजार करेंगे. अगर कोई कार्रवाई नहीं होती है. तो आगे केके पाठक के खिलाफ लिगल एक्शन भी लेंगे. पूरे मामले को सुनने के लिए बिहार आईएमए डॉ अजय कुमार के साथ खड़ा है.
शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव केके पाठक और चर्चित चिकित्सक डॉ अजय कुमार के बीच का विवाद अब एक अलग स्तर पर जा रहा है. एक तरफ डॉ. अजय कुमार ने एसीएस केके पाठक पर फोन कर अभद्र भाषा का प्रयोग करने का आरोप लगाया था. तो केके पाठक ने इस मामले पर अजय कुमार को लीगल नोटिस भेजा है. आरोप है कि सोशल मीडिया पर डॉक्टर अजय कुमार ने केके पाठक के खिलाफ कुछ टिप्पणी की थी, जिसे लेकर अपर मुख्य सचिव नाराज हो गए थे और डॉअजय कुमार को भला बुरा कहा था।