जेपी आंदोलन के सेनानी को नहीं मिल रहा पेंशन, सीएम ने गृह विभाग के सचिव की लगा दी क्लास

सीएम ने कहा – अपने स्तर  पर करें कार्रवाई, अब नहीं आनी चाहिए कोई शिकायत

PATNA : सीएम नीतीश कुमार के जनता दरबार में जेपी आंदोलन का एक सेनानी अपनी शिकायत लेकर पहुंचा। उसकी शिकायत थी बिहार सरकार जेपी मूवमेंट में सभी आंदोलनकारियों को पेंशन देती है, लेकिन मेरा पेंशन अभी तक शुरू नहीं हो सका है। मूवमेंट का हिस्सा रहे चुके सीएम नीतीश कुमार गुस्से में आ गए और उन्होने तत्काल गृह विभाग के अपर सचिव को तलब कर दिया। सीएम इस दौरान पेंशन नहीं दिए जाने को लेकर काफी नाराज नजर आए।

पेंशन नहीं मिलने को लेकर जब सीएम ने उनसे जानकारी मांगी तो सेनानी ने बताया कि आंदोलन के दौरान वह एक माह छह दिन तक जेल में रहे थे। सीएम ने उनसे पूछा कि आपने अब तक आवेदन क्यों नहीं किया। सेनानी ने कहा कि वह सरकारी नौकरी में थे, इसलिए पेंशन के लिए आवेदन नहीं किया। 

अब कोई कमेटी की जरुरत नहीं

जेपी सेनानी ने बताया कि छह साल पहले उन्होंने पेंशन के लिए आवेदन दिया था। लेकिन यह कहा गया कि कमेटी का गठन किया जाएगा, तब फैसला लिया जाएगा। सेनानी की बात सुनकर सीएम ने साफ कर दिया कि अब कोई कमेटी का गठन नहीं किया जाएगा। हम पहले ही कमेटी गठित कर सभी लोगों को लाभ दिला चुके हैं। 

गृह विभाग चीफ सेक्रेटरी और अपर मुख्य सचिव को बुलाया

पेंशन शुरू नहीं किए जाने को लेकर सीएम ने इस दौरान गृह विभाग के सचिव और अपर मुख्य सचिव को भी बुलाया कि स्पष्ट कर दिया कि अब जेपी सेनानी के लिए कोई कमेटी नहीं बनेगी। इसलिए ध्यान रखें कि आगे से ऐसी कोई शिकायत कमेटी के नाम पर नहीं आनी चाहिए। सीएम ने स्पष्ट निर्देश दिया कि वह वह विभाग के स्तर पर ऐसे सभी मामलों की पड़ताल करें और जो भी लोग बच गए हैं उनके पेंशन शुरू किए जाने की व्यवस्था करें। अब जेपी मूवमेंट के लोग इस स्थिति में नहीं होंगे कि वह दौड़ भाग कर सकें।