कोरोना काल के बाद पहली बार बाबा सोमेश्वर नाथ में भव्य मेले की तैयारी, अनंत चतुर्दशी पर जुटेंगे लाखों श्रद्धालुु, प्रशासन ने कहा - हमारी तैयारी पूरी

MOTIHARI : अरेराज स्थित बिहार प्रसिद्ध मनोकामनापुरक बाबा सोमेश्वरनाथ महादेव मंदिर में अंनत चतुर्दशी मेला की तैयारी शुरू कर दी गई है। यहां  पकड़ीदयाल अनुमंडल के पवित्र संगम नदी के बेलवाघट से जलभरी कर डाक बम व श्रद्धालु बोलबम के नारे के साथ 80 किलोमीटर की दूरी तय कर जलाभिषेक के लिए अरेराज पंचमुखी बाबा सोमेश्वरनाथ महादेव मंदिर पहुंचते हैं। श्रद्धालु, कांवरिया व डाक बम को कोई परेशानी नही हो इसको लेकर पकड़ीदयाल, अरेराज अनुमंडल प्रशासन सहित जिला प्रशासन व मंदिर प्रबंधन कमर कस तैयारी तैयारी में है। इस बार 17 से 19 सितंबर तक मेला का आयोजन का किया गया है। वहीं श्रद्धालुओं की टोली जलभरी कर जलाभिषेक के लिए रवाना हो चुकी है।

बुधवार देर रात्रि एएसपी अभिनव धिमन ,एसडीओ संजीव कुमार,सीओ पवन झा, थाना अध्यक्ष सुधीर कुमार ने मंदिर प्रबंधन द्वारा बनाये गए बेरीकेटिंग, नियंत्रणकक्ष, लाइटिंग ,सुरक्षा ,साफ सफाई व्यवस्था सहित का निरीक्षण किया गया ।वही मंदिर महंत सह महामंडलेश्वर रविशंकर गिरी से तैयारी की जनकारी लेते हुए कई सुझाव भी दिया गया। वहीं चप्पे चप्पे पर सुरक्षा की व्यवस्था किया गया है। 

बिहार के काशी का है दर्जा

अंनत चतुर्दशी के अवसर पर बिहार का काशी कहे जाने वाले मोतिहारी जिला के अरेराज भूतभावन पंचमुखी महादेव मंदिर में प्रतिवर्ष चार दिवसीय मेला का आयोजन किया जाता है। अंनत चतुर्दशी के अवसर पर पड़ोसी देश नेपाल सहित सीतामढ़ी,शिवहर,मुजफ्फरपुर, सहित  जिला के श्रद्धालु भक्त बेलवा घाट सहित पवित्र नदियों से जलभरी कर लाखो की संख्या में डाक बम व काँवर लेकर जलाभिषेक के लिए पहुंचते हैं। कावंरिया व डाकबम जलभरी कर 80 किलोमीटर की दूरी तय कर जलाभिषेक के लिए सोमेश्वरनाथ महादेव मंदिर पहुंचते हैं। श्रद्धालुओं  की सेवा में प्रशासन के साथ साथ समाजसेवी भी कदम से कदम मिलकर चलते है। बेलवाघट से अरेराज तक दर्जनों स्थल पर समाजसेवी सेवा शिविर लगाकर गर्म पानी, नींबू पानी, दवा, शर्बत, भंडारा व पूरी सड़क पर लाइटिंग की  व्यवस्था करते है। बेलवाघट से अरेराज शिव मंदिर तक का क्षेत्र गेरुवा वस्त्र से पट जाता है। वहीं प्रशासन द्वारा चप्पे चप्पे पर सुरक्षा व्यवस्था का कड़ा प्रबंध किया जाता है। 

चंद्रमा ने स्थापित किया था शिवलिंग, ऐसी है मान्यता

मोतिहारी जिला के अरेराज  गहवर में स्थित बाबा सोमेश्वरनाथ महादेव मंदिर  मनोकामना पूरक मंदिर माना जाता है। यह मंदिर पुत्र प्राप्ति के लिए भी प्रसिद्ध मंदिर है। धार्मिक ग्रंथो के अनुसार चंद्रमा द्वारा स्थापित शिव लिंग है। इस मंदिर में राजा युधिष्ठिर, जनक जननी माता सीता भगवान राम  सहित की पूजा अर्चना करने कर मनोकामना पूर्ण करने की मन्नत की चर्चा है। लोगों का मानना है कि सर्फ एक लोटा जल चढ़ाने से सभी मनोकामना पूर्ण हो जाती है। इस मंदिर में प्रतिदिन हजारों की संख्या में श्रद्धालु पहुचते हैं। लेकिन महाशिवरात्रि, बसंत पंचमी, अंनत चतुर्दशी, धनतेरस व पूरे सावन मास के शुक्रवार व सोमवार को लाखों की भीड़ उमड़ती है। इस मंदिर में प्रथा है कि पुत्र प्राप्ति की मन्नत पूरी होने पर महिलाएं आँचल पर नेटुआ की नाच नचाती है।

अवानिश मिश्रा की रिपोर्ट