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मुंगेर में पहली बार बड़े टारगेट को निशाना बनाने में इस्तेमाल होनेवाली 7 पेन पिस्टल और 14 जिंदा कारतूस बरामद, बेचने के लिए ग्राहक की हो रही थी तलाश

मुंगेर में पहली बार बड़े टारगेट को निशाना बनाने में इस्तेमाल होनेवाली 7 पेन पिस्टल और 14 जिंदा कारतूस बरामद, बेचने के लिए ग्राहक की हो रही थी तलाश

MUNGER : मुंगेर में पहली बार एक नही दो नही तीन नही बल्कि पुलिस ने पकड़े 7 पेन पिस्टल और 14 जिंदा कारतूस पकड़े गए हैं । इस मामले में पश्चिम बंगाल से आए खरीदार सहित तीन तस्कर को पुलिस ने किया गिरफ्तार और पास से एक लाख 90 हजार रुपया भी पुलिस ने किया जप्त। आर्म्स एक्सपर्ट ने बताया हाई वैल्यू टारगेट को मारने के  यह घातक पेन पिस्टल काम आता है। बताया गया कि इसे एक कुख्यात बदमाश को डिलीवर किया जाना था, लेकिन उससे पहले ही पुलिस जांच में हथियारों के साथ तस्कर गिरफ्तार हो गए।

मुंगेर जिला इतिहास के पन्नों पर अपनी एक अलग पहचान रखता है ये जिला पूरे भारत में जहां एक ओर राजा दानवीर कर्ण की भूमि, सूफी संत पीर नफा शाह की धरती, योग सिटी के रूप में जाना जाता है तो वहीं दूसरी ओर ये अवैध हथियार निर्माण और उसकी तस्करी के लिए भी बदनाम है।अवैध हथियार निर्माण और उसकी तस्करी को रोकने के लिए जिला पुलिस आए दिन छापेमारी करती रहती है। इसी कड़ी में मुंगेर पुलिस को बड़ी सफलता हाथ लगी है।

 जिसको लेकर सदर एसडीपीओ राजेश कुमार ने अपने कार्यालय में पीसी कर मीडिया को जानकारी दी की सोमवार की सुबह बाटा चौक के समीप कोतवाली थानाध्यक्ष धीरेंद्र पांडे के नेतृत्व में रोको टोको अभियान के तहत वाहन चेकिंग अभियान चलाया जा रहा था. पुलिस को देखकर ट्रीपल लोड मोटर साइकिल सवार भागने लगा. जिसे खदेड़ कर अशोक स्तंभ के पास पुलिस ने पकड़ लिया. जब पुलिस ने तीनों की तालाशी ली तो उसके पास से 7 पेन पिस्टल, 14 जिंदा कारतूस, 1.90 लाख रूपया बरामद किया किया है।

 पुलिस ने तीनों का मोबाइल और मोटर साइकिल को जब्त कर लिया. जबकि मुफस्सिल थाना क्षेत्र के मिर्जापुर बरदह गांव निवासी मो. जमशेर उर्फ नफरू, पश्चिम बंगाल के गोपालनगर थाना क्षेत्र के क्षमता मिठुपाड़ा निवासी विलाल मंडल एवं अरमान मंडल को गिरफ्तार कर लिया. बताया गया कि  मो. जमशेर उर्फ नफरू कुख्यात हथियार तस्कर है जो पहले भी जेल जा चुका है. उसने बेचने के लिए बहुत पहले ही पेन पिस्टल व उसका कारतूस मंगा रखा था. लेकिन उस हथियार का खरीदार उसे नहीं मिल पा रहा था। जिसके बाद उसने पश्चिम बंगाल के तस्करों से संपर्क किया. 

इसी हथियार को खरीदने के लिए अरमान मंडल व विलाल मंडल मुंगेर आया था. हथियार की आपूर्ति बाजार में ही की गयी थी. जिसके बाद जमशेर पश्चिम बंगाल के तस्कर को सुरक्षित स्थान पर ले जा रहा था. इसी दौरान वह गिरफ्तार हो गया. गिरफ्तार तस्कर ने बताया कि 25 हजार के दर से प्रति पेन पिस्टल की उसने खरीदारी की थी. जिसे लेकर वह शाम में पश्चिम बंगाल ट्रेन से चला जाता।

मुंगेर में हथियारों की बड़ी मंडी, एके 47 भी आसानी से उपलब्ध

सदर एसडीपीओ राजेश कुमार बताते हैं कि मुंगेर जो हथियारों की मंडी के नाम से जाना जाता है जहां एके 47 से लेकर छोटे हथियार बड़े आराम से मिल जाते है पर अब तक पेन पिस्टल यहां नही मिला था जिसका मिलना अपने आप में एक बड़ी बात है।  इस मामले में आर्म्स एक्सपर्ट अवधेश कुमार ने बताया की पेन पिस्टल काफी घातक हथियार है जो ज्यादातर हाई वैल्यू टारगेट को मारने के काम आता है । 

यह एक साइलेंट किलर भी है। यह सेकंड वर्ल्ड वॉर के समय अस्तित्व में आया था । जो खुफिया एजेंसी के काम आता था । मुंगेर में इसका मिलना बड़ी बात है पर मुंगेर का बना हुआ यह नहीं है । इसको ऑपरेट करना काफी आसान है । पेन का ढक्कन खोल इसके कारतूस जो साइज में काफी छोटा होता है को डाल । पुस करने के बाद यह फायर हो जाता है।  यह एक घातक हथियार है ।

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