RANCHI : चाईबासा जिले के सोनुवा थाना क्षेत्र के बुरुगुलीकेरा में 7 लोगों की नृशंस हत्या के बाद अब राजनीति तेज हो गयी है. इस मामले को लेकर पूर्व मुख्यमंत्री रघुवर दास ने कहा की गुदड़ी प्रखंड के बुरुगुलिकेरा गांव के 7 निर्दोष ग्रामीणों की नृशंस हत्या की खबर से मन द्रवित है. यह घटना राज्य की विधि व्यवस्था पर बड़ा प्रश्नचिन्ह खड़ा करती है. सरकार की पहली प्राथमिकता नागरिकों की सुरक्षा होनी चाहिए. उन्होंने कहा की सरकार हत्यारों को अविलंब पकड़े और कड़ी से कड़ी कार्रवाई करे.
वहीँ इस मामले को लेकर मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने कहा की मामला संज्ञान में आया है. इस घटना की पूरी जानकारी ली जा रही है. तरह तरह की बातें सामने आ रही है. दोषी कोई भी हो बख्शा नहीं जाएगा. उन्होंने कहा की कानून किसी को भी हाथ मे लेने का अधिकार नही है. उच्च स्तरीय बैठक के बाद कुछ कह पाऊंगा.
क्या है मामला
बताया जा रहा है की रविवार देर रात पत्थलगड़ी समर्थक और विरोधियों के बीच हुई हिंसक झड़प में गुलीकेरा ग्राम पंचायत के उपमुखिया समेत सात ग्रामीणों की हत्या हुई थी. सभी सात लोगों के शव को पुलिस ने बुरुगुलीकेरा गांव से बरामद कर लिया है. शव बरामद होने की पुष्टि करते हुए एडीजी अभियान मुरारी लाल मीणा ने बताया कि सभी सात लोगों के शव को बरामद कर लिया गया है. वहीं उन्होंने इन सात लोगों की हत्या के पीछे नक्सलियों के हाथ होने से इनकार कर दिया है.
क्या है पत्थलगड़ी
पत्थलगड़ी भारत के कई राज्यों में होते हैं जिसमें विशेषकर झारखंड, उत्तर-पूर्व के राज्यों, महाराष्ट्र, उड़ीसा, कर्नाटक, आंध्र प्रदेश में, मध्य भारत के राजस्थान, मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़ में होता है. पत्थलगड़ी गांवों में विधि-विधान के साथ बड़े शिलालेखों को गाड़ने की पुरानी परंपरा है. जिसमें मौजा, सीमाना, ग्रामसभा आदि की जानकारी होती है. कई बार पुरखों और शहीदों की याद में भी पत्थलगड़ी की जाती है.