बाबा साहब भीमराव अंबेडकर जयंती समारोह में शामिल हुए पूर्व मंत्री मुकेश सहनी, कहा संविधान बदलने की हो रही है कोशिश

KAIMUR: पूर्व मंत्री व वीआईपी सुप्रीमो ’सन ऑफ मल्लाह’ मुकेश सहनी कैमूर के दक्षिण कुदरा ब्लॉक स्थित पेंशनर भवन में आयोजित संविधान निर्माता ’भारत रत्न’ बाबा साहेब डॉ. भीमराव अंबेडकर जी की जयंती समारोह में सम्मिलित हुए। उन्होंने बाबा साहेब के तस्वीर पर माल्यार्पण कर उन्हें नमन किया। जहां उन्होंने समारोह में आए हुए लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि बाबा साहेब के द्वारा संविधान में दिए अधिकार के कारण हमलोग आज यहां खड़े है। लेकिन आज उसी संविधान को बदलने की कोशिश की जा रही है।
उन्होंने लोगों से जागरूक रहने की अपील करते हुए कहा कि हमें संविधान की रक्षा के लिए सजग रहने की जरूरत है। उन्होंने लोगों से कहा कि समाज का काम मंदिर बनाना है, लेकिन आपके वोट से प्रधानमंत्री बने आज मंदिर बनाने में जुटे हैं। उन्होंने कहा कि आज भाई को भाई से लड़ाया जा रहा है।
सहनी ने कहा कि आज पांच किलोग्राम चावल दिए जाने को ही विकास समझ लिया गया है। आज संविधान में दिए गए अधिकार से भी वंचित किया जा रहा है, इसका एकमात्र कारण है कि हमें संविधान की जानकारी नहीं है। उन्होंने कहा कि आज सरकारी संस्थाओं का निजीकरण किया जा रहा है, यह भी संविधान में दिए गए अधिकारों को छीनना ही है।
सहनी ने जोर देते हुए कहा कि आज लोग कहते हैं कि सहनी जाति की राजनीति करते है, लेकिन ये कहने वाले सुन लें कि सहनी जाति की नहीं परिवार की राजनीति करता है। उन्हें कुर्सी का कोई मोह नहीं होने का दावा करते हुए कहा कि वैसे किसी पावर को मै लात मारने के लिए तैयार हूं जिससे मैं अपने समाज के लोगों का विकास नहीं कर सकूं।
उन्होंने लोगों से संघर्ष का रास्ता अपनाने पर जोर देते हुए कहा कि संघर्ष के बाद ही मंजिल मिलती है। इस कारण बाबा साहेब के बताए रास्तें पर चलकर उनके सपने को पूरा करने के लिए हमसब को एकजुट होकर संघर्ष करना है, तभी गरीबों का कल्याण हो सकता है।