PATNA : राजद के विधायक व लालू के बड़े लाल तेज प्रताप लगातार विवादों में घिर रह रहे हैं। कभी उन्हें राजद के स्टार प्रचारकों की लिस्ट से बाहर करने तथा पार्टी से निष्कासित करने की बात सामने आती है। कभी उनके कैंडिडेट तेजस्वी के साथ मिल जाते हैं। तेज प्रताप के लिए नई मुसीबत आत्मदाह की धमकी को लेकर है, जिसमें उन्हीं के बनाए छात्र जनशक्ति परिषद के पूर्व राष्ट्रीय संगठन प्रभारी सुमंत राव उर्फ बबलू सम्राट ने आत्मदाह करने की धमकी दी है। अपने पूर्व साथी की इस धमकी में अपना नाम आते देख तेज प्रताप ने आनन फानन में सचिवालय थाने को सूचित किया है।
तेज प्रताप की शिकायत पर जांच में जुटे सचिवालय थाना थानाध्यक्ष ने बबलू सम्राट को फोन किया और इसकी जानकारी ली। बबलू सम्राट ने उन्हें बताया कि वे छात्र जनशक्ति परिषद के संस्थापक सदस्यों में से एक हैं। इसके संविधान निर्माण में भी बड़ी भूमिका निभाई है। परिषद अपने उद्देश्यों से भटक रही थी। इसलिए उन्होंने अपना इस्तीफा राष्ट्रीय अध्यक्ष तेजप्रताप यादव को वॉट्सऐप कर दिया। साथ ही, कुछ सवाल भी उठाए। उसके बाद तेजप्रताप यादव ने उन्हें हटाए जाने का पत्र जारी कर दिया।
सम्राट ने सचिवालय थाना को भेजे अपने जवाब में लिखा है कि 5 सितंबर के दिन एक एडवोकेट, शिक्षक और शोध छात्रों की बैठक की गई, जिसकी अध्यक्षता तेजप्रताप यादव और संचालन डॉ. सुमंत राव उर्फ बबलू सम्राट द्वारा की गई। इसमें सर्वसम्मति से निर्णय लिया गया कि एक संगठन का निर्माण किया जाए। बबलू सम्राट ने कहा कि मुझे मानसिक रूप से प्रताड़ित किया जा रहा है। हमारी भी प्रतिष्ठा है। सवाल पूछना गुनाह है तो मुझ पर जरूर कानूनी कार्रवाई की जाए।