ARWAL : बिना गुरु का ज्ञान अधूरा है। बिना गुरु का मानव जीवन अधूरा, बिना गुरु का जीवन सूना, गुरु ही शिष्यों को अपने सही और उच्च कोटि के मार्गदर्शन में अपने शिष्यों का जीवन उद्धार कर सकता है। गुरू ब्रह्मा,गुरू बिष्णु, गुरूदेव महेश्वर, गुरू साक्षात परब्रह्म, गुरु सर्वे श्री गुरुवे नमः। जी हां यह कोई धार्मिक आयोजन में कहीं गई किसी संतो या महात्माओं की प्रवचन और उपदेश नहीं है। यह आज आयोजित हुई पटना जिले के पालीगंज अनुमंडल मुख्यालय बाजार स्थित मदनधारी सिंह राजकीय उच्च विद्यालय पालीगंज से 1984 बैच में पास हुए मैट्रिक के बैचमेंट्स द्वारा राजकीय उच्च विद्यालय पालीगंज के सभागार में आ योजित की गई एक भव्य एवं बड़ा अभिनंदन सह मिलन समारोह कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इसमें बड़ी संख्या में 1984 बैचमेंट्स के साथियों ने अपने गुरुजनों को सम्मानित करते हुए ये बातें कहीं।
जानकारी के अनुसार मदनधारी सिंह राजकीय उच्च विद्यालय पालीगंज से 1984 में मैट्रिक परीक्षा में पास हुए बड़े पैमाने पर विद्यार्थियों ने 40 वर्ष बाद एक बड़ा और अपने आप में अनोखी और ऐतिहासिक पहल करते हुए एक बड़ा कार्यक्रम करने का फैसला किया। जिसमें अपने बैचमेंट्स के साथियों से मिलने की एक अनोखा अवसर प्रदान हो। साथ ही अपने गुरुजनों का सम्मान और अभिनन्दन सह मिलन समारोह में हो। इस उद्देश्य के साथ यह सफल एवं बड़ा भव्य कार्यक्रम आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम में बड़े पैमाने पर 1984 बैचमेंट्स के साथियों ने एक मंच पर इकट्ठा हो कर अपने समय में गुरूजन से पढ़े गुरुओं को बुलाकर उन्हें सम्मानित करते हुए अपने आप को सम्मानित किया। साथ ही 40 वर्ष पूर्व की बिछड़े हुए कई साथियों से आपस में मिलकर एक दूसरे से मिलकर अपनी यादों को साझा किया। इस तरह की दुर्लभ आयोजन कर समाज में आपसी एकजुटता और भाईचारे का संदेश दिया। यह अपने आप में बड़ा ही प्रेरणादाई एवं सफल आयोजन रहा। इस अवसर गुरुजन अभिनंदन समारोह में अपने जमाने में वरिष्ठ सम्मानित गुरु रहे रामदीप सिंह और रामदयाल सिंह को अंग वस्त्र देकर और फूल मालाओं से भव्य अभिनंदन सह सम्मान शिष्यों द्वारा किया।
इस अवसर पर प्रमुख अतिथि रहे अनुशासित शिक्षक एवं कड़क रौबदार गुरु के रूप विख्यात रहे अपने जमाने के सुप्रसिद्ध साहित्यकार एवं हिंदी के शिक्षक रहे पैपुरा गांव निवासी श्रीरामदीप सिंह ने अपने द्वारा पढ़ाए गए 1984 बैच के छात्रों को संबोधित करते हुए कहा यह मेरे लिए एक गौरवशाली और अपने आप में बहुत ऐतिहासिक पल है। जोकि आप लोगों से आज मुझे सम्मानित होने का शुभ अवसर प्राप्त हुआ। यह मुझे अपने आप को गौरवान्वित करता है। और मैं इसे अपने आप को काफी सौभाग्य शाली महसूस भी करता हूं। आज मेरा सीना गर्व से चौड़ा हो गया। आप लोग को एक मंच पर बड़े पैमाने पर इकट्ठा देखकर आज मुझे महसूस हुआ कि मेरी शिक्षा दी हुई सफल हुई। अपने जमाने के प्रख्यात शिक्षक रहे रामदीप सिंह ने कहा कि आप लोगों को आज इस मंच पर इकट्ठा होते हुए देखकर मुझे अपने आप को बहुत खुशी महसूस हो रही है। यह अपने आप में एक अद्भुत और गौरवशाली पल है। जिसे मैं भूले नहीं भुला सकूंगा। आजीवन मुझे यह पल याद रहेगा। यह भाव विभोर करने वाला पल है।
वहीं दूसरी ओर अपने जमाने के प्रख्यात शारीरिक एवं खेल शिक्षक के रूप में विख्यात है। धरहरा गांव निवासी श्री राम दयाल सिंह ने अपने द्वारा पढ़ाए गए छात्रों को संबोधित करते हुए कहा कि आप लोग का प्यार और स्नेह सादा जीवन याद रहेगा। आप लोग द्वारा सम्मानित किए जाने के बाद मैं अपने आप को फूला नहीं समा रहा हूं। इस अवसर पर रामदयाल सिंह ने उपस्थित अपने शिष्यों एवं उपस्थित संकड़ो की संख्या लोगो को गुरुमंत्र देते हुए कहा की आप लोग अपने आप को शारीरिक और मानसिक रूप से स्वस्थ रहने के लिए प्रतिदिन प्रण्याम के साथ-साथ योग अभ्यास करें। ताकि इसे शारीरिक और मानसिक रूप से स्वस्थ रहते हुए एक सफल जीवन जिया जा सके। उन्होंने कहा कि आप लोग अपने आप को प्रतिदिन कुछ मिनट के लिए समय निकाल कर योगाअभ्यास करें। ताकि इसे आपकी मानसिक शारीरिक दोनों रूप से आप लोग स्वस्थ रहें।
वही 1984 बैच में मैट्रिक पास हुए पालीगंज विधानसभा से विधायक रहे पूर्व विधायक दीनानाथ सिंह यादव ने अपने साथियों को संबोधित करते हुए सबसे पहले गुरुजनों का आभार व्यक्त करते हुए उनका आशीर्वाद लेने के बाद अपने साथियों का अभिनंदन करते हुए इस सभागार में उपस्थित रहे। बिहार पब्लिक स्कूल एवं राजकीय उच्च विद्यालय पालीगंज के छात्राओं के साथ सैंकड़ों लोगों को सम्बोधित करते हुए कहा कि यह मेरे लिए गर्व की बात है कि आज मैं अपने सभी साथियों से 40 वर्ष बीतने के बावजूद आज इस कार्यक्रम में मिलकर अपने आप को सौभाग्यशाली महसूस कर रहा हूं। उन्होंने अपने साथियों को संबोधित करते हुए कहा की आज यह अवसर मेरे लिए बड़ा सौभाग्यशाली और ऐतिहासिक पल है। जिससे मैं अपने आप को गौरवान्वित महसूस कर रहा हूं। हमारे बैच में उस समय एक से बढ़कर एक प्रतिभावान एवं उत्कृष्ट सफल छात्र रहे हैं जोकि आज समाज के विभिन्न क्षेत्रों में एक से एक बड़े पदों पर सुशोभित होते हुए देश सेवा ईमानदारी पूर्वक अपने कर्तव्य निष्ठा के साथ करने में लगे हैं। जोकि अपने आप में एक बहुत बड़ा अद्भुत उपलब्धि कहीं जा सकती। आज हम लोग इस मंच पर इकट्ठा होकर 40 वर्षों के भूली बिसरी यादों को याद कर अपने आप को गौरवान्वित महसूस कर रहे हैं।
वही अवसर पर कार्यक्रम का सफल आयोजन करने में अहम निभाने वाले समाजसेवी के रूप में विख्यात बाली पाकड़ गांव निवासी जयकुमार सिंह, डा पुरुषोत्तम कुमार, कमांडिंग ऑफिसर कर्नल संजय कुमार सिंह, प्रसिद्ध शिक्षाविद अनिल कुमार आजाद, बिहार पब्लिक स्कूल के निर्देशक सह प्राचार्य बृजेंद्र कुमार सिंह ,शत्रुघन प्रसाद सिंह, दीपक कुमार गुप्ता समेत 1984 बैचमेंट्स के दर्जनों साथियों ने सभा को संबोधित करते हुए अपनी अनुभवों को एक दूसरे से साझा करते हुए अपनी भूली बिसरी यादों को साझा किया। सभी ने इस अवसर को एक ऐतिहासिक और अपने आप एक अलग तरह की अनोखा कार्यक्रम बताया। वहीं से पहले इस कार्यक्रम का शुभारंभ अतिथियों द्वारा दीप प्रज्ज्वलित कर किया गया। इसके बाद इस कार्यक्रम में बिहार पब्लिक स्कूल एवं राजकीय उच्च विद्यालय पालीगंज के छात्राओं ने एक से बढ़कर एक देश भक्ति गीतों पर नृत्य संगीत की शानदार की प्रस्तुति करते हुए रंगारंग कार्यक्रम को सफल बनाया। इस कार्यक्रम में पत्रकारों के अंग वस्त्र के साथ-साथ सभी छात्राओं को जोकि नृत्य संगीत की प्रस्तुति किया था। उन्हें पूर्व विधायक सह राजद जिलाध्यक्ष दीनानाथ सिंह यादव ने पुरस्कार देकर उन्हें आयोजकों द्वारा सम्मानित किया गया।
वही इस कार्यक्रम की अध्यक्षता डॉ पुरुषोत्तम कुमार एवं संचालन प्रख्यात शिक्षाविद अनिल कुमार आजाद ने किया। जबकि इसका धन्यवाद ज्ञापन कर्नल संजय कुमार सिंह ने किया। इस कार्यक्रम के समाप्ति पर 1984 बैचमेंट्स के सभी उपस्थित साथियों ने सामूहिक रूप में खूब धमाल मचाते हुए देश भक्ति गीतों पर खूब थिरकते हुए अपने आप को खूब इंजवाय किया। इस कार्यक्रम में प्रख्यात अधिवक्ता रानीपुर गांव निवासी मिथलेश कुमार सिंह,सुनील कुमार सिंह, अमरजीत सिंह, अरुण कुमार सिंह, सुनील सिंह उर्फ कुलवंत राय , संजय वर्मा, समेत बड़े पैमाने 1984 बैचमेंट्स के साथियों ने भाग लेकर इस कार्यक्रम को ऐतिहासिक एवं सफल बनाया। यह अपने आप में एक अनोखी कार्यक्रम रहा।
अरवल से अमलेश की रिपोर्ट