DESK : यूपी चुनाव 2022 (UP Vidhansabha Chunav 2022) से पहले आईटी विभाग, ईडी और जीएसटी की टीमें सक्रिय हैं और उनके निशाने पर सपा अध्यक्ष के करीबी लोग हैं। तीन दिन पहले ही अखिलेश यादव के एक करीबी नेता के घर पर आईटी की रेड हुई थी। अब अखिलेश के एक और करीबी नेता के ठिकानों पर आईटी विभाग ने छापेमारी की है।
गुरुवार को हुए छापेमारी में बताया गया कि कानपुर के इत्र कारोबारी के ठिकानो पर रेड की गई थी, जिसमें लगभग 150 करोड़ रुपए के अवैध संपत्ति होने की जानकारी मिली है। इनमें 90 करोड़ रुपये नगद मिले हैं। जिन्हें गिनने के लिए कानपुर में नोट गिनने वाली चार मशीनें मंगाई गईं। इसी क्रम में कन्नौज में एक घर सीज किया गया है।
कल दिन में शुरू हुई छापेमारी, रात भर चली कार्रवाई
इत्र कारोबारी के कन्नौज स्थित तीन परिसरों, कानपुर में आवास, आफिस, पेट्रोल पंप व कोल्ड स्टोरेज पर जांच टीमों ने एक साथ छापे मारे। सुबह करीब 10:30 बजे डीजीजीआई की मुंबई और गुजरात विंग ने छापामारी शुरू की। अधिकारियों ने उनके मुंबई स्थित शोरूमों और आफिस में भी कार्रवाई की है। उनके साथ एक ट्रांसपोर्ट कंपनी के आवास और आफिसों में भी छापे मारे गए हैं। सूत्रों के मुताबिक छापों में बड़ी मात्रा में फर्जी कंपनियों द्वारा कालाधन सफेद करने का मामला पकड़ा गया है। कम से कम 40 बोगस कंपनियां पकड़ी जा चुकी हैं। फर्जी कंपनियों के शेयरों के बेस प्राइस को कई गुना बढ़ाकर कालेधन को सफेद करने के प्रमाण मिले।
अखिलेश के बेहद करीबी हैं पियूष
पीयूष कन्नौज की उस इत्र लॉबी के एक सदस्य हैं, जो अखिलेश की काफी करीबी है। बताते हैं कि आनंदपुरी कॉलोनी में पीयूष का परिवार 7-8 साल पहले रहने आया था। समाजवादी इत्र को लॉन्च करने में कन्नौज के कारोबारी पीयूष जैन की अहम भूमिका थी।