PATNA: बिहार में पुल गिरने के मामले लगातार बढ़ते जा रहे हैं। आठ दिन के अंदर बिहार का चौथा पुल गिर गया है। ताजा मामला किशनगंज जिले का है। यहां मुख्यमंत्री ग्रामीण सड़क योजना के तहत बनाया गया 13 साल पुराना पुल बाढ़ के पानी में धंस गया। इससे आसपास के गांवों में रहने वाले 40 हजार लोगों का जनजीवन प्रभावित हुआ है।
जानकारी अनुसार यह हादसा बुधवार रात को हुआ। बता दें कि बिहार में बीते 8 दिनों के भीतर पुल गिरने का यह चौथा मामला है। इससे पहले अररिया, पश्चिम चंपारण और सीवान जिले में भी पुल गिर चुके हैं। बताया जा रहा कि किशनगंज जिले के बहादुरगंज प्रखंड स्थित बांसबड़ी गांव के पास श्रवण चौक में नदी पर बना एक पुल बाढ़ के पानी में धंस गया। प्रशासन ने पुल के दोनों छोर पर बेरिकैडिंग कर आवागमन बंद कर दिया है।
जो पुल धंसा है, वो 70 मीटर लंबा और 12 मीटर चौड़ा था। उसे 25 लाख रुपये की लागत से साल 2011 में बनाया गया था। ग्रामीण कार्य विभाग के अभियंता श्रवण सहनी ने कहा कि हम इसकी लगातार मॉनिटरिंग कर रहे थे। इस बारे में विभाग को पूर्व में ही लिखित रूप से सूचना दी गई थी। उन्होंने कहा कि बुधवार शाम में भी वह मौके पर निरीक्षण के लिए आए थे और बाद में आवागमन को पूरी तरह रोक दिया था।
बता दें कि बीते 18 जुलाई को पड़ोसी जिले अररिया में एक पुल उद्घाटन से पहले ही ध्वस्त हो गया था। इससे उसके निर्माण कार्य पर जमकर सवाल उठे। इसके बाद 23 जून को पश्चिम चंपारण जिले में प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना के तहत बनाए जा रहे एक निर्माणधीन पुल का हिस्सा गिर गया था। 22 जून को सीवान के महाराजगंज में भी ऐसा ही हादसा हुआ और एक छोटा पुलिस गंडक नहर में समा गया।