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बेबस सरकार: नीतीश से लेकर रविशंकर तक ने लगा लिया जोर,अब अगले हफ्ते की मिली तारीख, मेदांता को बेशकीमती जमीन देकर पछता रहे होंगे CM!

बेबस सरकार: नीतीश से लेकर रविशंकर तक ने लगा लिया जोर,अब अगले हफ्ते की मिली तारीख, मेदांता को बेशकीमती जमीन देकर पछता रहे होंगे CM!

PATNA: बिहार में कोरोना संक्रमण से हाहाकार मचा है। अप्रैल महीने से लेकर मई के पहले हफ्ते तक पटना की स्थिति तो और भी भयावह हो गई थी। कोरोना संक्रमित मरीज अस्पताल में भर्ती होने के लिए भटक रहे थे।अस्पतालों में बेड फुल था लिहाजा लोग बिना इलाज के ही मर रहे थे। एनएमसीएच,पीएमसीएच,आईजीआईएमएस,एम्स व अन्य निजी अस्पतालों में कोरोना पेसेंट को बेड नहीं मिल रहा था। राज्य सरकार पटना का मेदांता और बिहटा ईएसआईसी अस्पताल को चालू करने को लेकर खूब प्रयास किया। बड़ी मुश्किल से बिहटा ईएसआई हॉस्पिटल में सेना द्वारा कोरोना डेडिकेटेड अस्पताल  की शुरूआत की गई है। जिस अस्पताल को खुलवाने के लिए नीतीश सरकार ने जय प्रभा अस्पताल की सात एकड़ बेशकीमती जमीन मेदांता हॉस्पिटल प्रबंधन को लीज पर दी थी, वहां कोविड हॉस्पिटल खोलने के लिए सीएम नीतीश से लेकर केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद गुहार लगाते रह गये। एक महीने से अधिक समय तक मेदांता प्रबंधन से बात होते रही।लेकिन अभी तक मेदांता में कोविड अस्पताल चालू नहीं किया जा सका है।  

अब अगले हफ्ते अस्पताल चालू कराने का दावा

अब यह कहा जा रहा है कि अगले हफ्ते वहां कोविड अस्पताल शुरू करा दिया जायेगा। हालांकि सरकार का दावा है कि कोरोना की स्थिति में सुधार हो रहा,मरीजों की संख्या में कमी आ रही है। ऐसे में मेदांता प्रबंधन अस्पताल खोल भी दे तो बहुत फायदा नहीं, क्यों कि राज्य सरकार ने अपने स्तर से कई जगहों पर कोविड अस्पताल शुरू कराये हैं। पॉजिटिव केस कम होने की वजह से अस्पतालों पर दवाब भी कम हुआ है।  जय-प्रभा मेदांता अस्पताल पटना में काफी प्रयास के बाद कोविड केयर सेंटर की शुरूआत होने का दावा किया जा रहा। हालांकि मेदांता प्रबंधन ने सेंटर खोलने में काफी देर कर दी। जिला प्रशासन ने एक महीना पहले ही अस्पताल का निरीक्षण किया था ताकि वहां कोविड केयर सेंटर की शुरूआत हो.तब अस्पताल प्रबंधन ने साफ मना कर दिया था। इसके बाद सीएम नीतीश के स्तर से प्रयास शुरू हुआ। फिर स्थानीय सांसद और केंद्रीय रविशंकर प्रसाद इसमें कूदे और मेदांता ग्रुप के अध्यक्ष से बात की। काफी प्रयास के बाद अब मेदांता हॉस्पिटल में कोविड अस्पताल की शुरूआत होने का दावा किया जा रहा है। बिहार के स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय ने भी एक हफ्ते पहले मेदांता अस्पताल का निरीक्षण किया था और अधिकारियों से बात की थी। कोविड अस्पताल के निरीक्षण के बाद उन्होंने इसे तुरंत चालू कराने का निर्देश दिया है। अब स्थानीय सांसद व केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद कहते हैं कि मेरे प्रयासों से पटना का मेदांता अस्पताल अगले सप्ताह से कोरोना के इलाज़ के लिए प्रारंभ हो जायेगा.     

कोविड अस्पताल चालू करने के लिए सीएम के बाद केंद्रीय मंत्री ने किया था आग्रह

केंद्रीय मंत्री और पटना से सांसद रविशंकर प्रसाद ने मेदान्ता ग्रुप के अध्यक्ष और देश के जाने-माने डॉ॰ नरेश त्रेहान से व्यक्तिगत रूप से आग्रह किया कि कंकड़बाग अवस्थित मेदान्ता अस्पताल को अविलंब कोविड के इलाज हेतु डेडीकेटेड अस्पताल के रूप में शुरू किया जाए। उन्होंने डॉ॰ त्रेहान से आग्रह किया था कि एक बड़ा अस्पताल बना है और कोरोना के बढ़ती हुई संख्या के आलोक में इसको तुरन्त आरम्भ किया जाए। 

नीतीश सरकार ने पटना में दी थी 7 एकड़ जमीन

मेदांताअस्पताल के निर्माण के लिए नीतीश सरकार ने 2015 में पूरे तामझाम से 7 एकड़ सरकारी जमीन 33 सालों की लीज पर दी। 2016 में इस अस्पताल का शिलान्यास किया गया। इसके बाद 2020 में खुद मुख्यमंत्री नीतीश कुमार अपने कैबिनेट सहयोगियों के साथ उद्घाटन करने गये. उस अस्पताल में अब तक कोविड़ अस्पताल नहीं खोला जा सका है। बता दें, मेदांता को हॉस्पिटल के लिए सात एकड़ जमीन 33 सालों की लीज पर दी गयी है. इसके एवज में सरकार को सालाना तीन करोड़ रुपये देने का प्रावधान है।

हर साल तीन करोड़ रू पर सरकार ने दे दी जमीन

बता दें,  कंकड़बाग इलाके में जयप्रभा अस्पताल की जमीन को राज्य सरकार द्वारा मेदांता को उपलब्ध करायी गई है। पब्लिक प्राइवेट पार्टनरशिप मोड (पीपीपी) में इस अस्पताल का निर्माण कराया गया है। इस अस्पताल में 25 प्रतिशत बेड सीजीएचएस की तय दरों पर जरूरतमंद मरीजों के लिए आरक्षित रखने का प्रावधान है। तय एग्रीमेंट के तहत प्रति वर्ष तीन करोड़ रुपए 6.5 प्रतिशत की वार्षिक वृद्धि के साथ स्वास्थ्य विभाग को प्रीमियम के रूप में मिलेंगे। भविष्य में जब अस्पताल पूर्ण रूप से संचालित हो जाएगा तो वार्षिक राजस्व का एक प्रतिशत स्वास्थ्य विभाग को मिलेगा.


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