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जानिए महाभारत में युधिष्ठ‍िर का रोल करनेवाले गजेन्द्र चौहान की कितनी थी पहली कमाई, पढ़िए पूरी खबर

जानिए महाभारत में युधिष्ठ‍िर का रोल करनेवाले गजेन्द्र चौहान की कितनी थी पहली कमाई, पढ़िए पूरी खबर

DESK : कोरोना संक्रमण से लोगों को बचाने के लिए देश में लॉक डाउन की घोषणा की गयी है. इस दौरान लोगों से घरों में ही रहने की अपील की गयी है. हालाँकि लोगों के मनोरंजन के लिए दूरदर्शन पर पुराने घरावाहिकों का प्रसारण किया जा रहा है. लोग घरों में बैठकर इन धारावाहिकों का लुत्फ़ उठा रहे हैं. इसमें रामायण, महाभारत के साथ कई पुराने धारावाहिक शामिल हैं. पुराने शो जबसे वापस आए हैं जनता की खुशी का ठिकाना नहीं है. बी आर चोपड़ा की महाभारत को पुराने दर्शकों के साथ-साथ आज की जनता का भी ढेर सारा प्यार मिल रहा है.

3 दशक बाद भी जनता महाभारत में काम करने वाले एक्टर्स को खूब पसंद कर रही है. बताते चलें की महाभारत में युधिष्ठ‍िर का किरदार निभाने वाले एक्टर गजेन्द्र चौहान AIIMS में कर्मचारी के रूप में काम के बाद मशहूर अभिनेता बने.

गजेन्द्र का जन्म दिल्ली के छोटे से इलाके खामपुर में हुआ था. खामपुर दिल्ली के वेस्ट पटेल नगर के पास है. उन्होंने आनंद पर्वत के रामजस स्कूल से पढ़ाई की थी. गजेन्द्र के 4 भाई और चार बहनें थे और वे अपने घर के सबसे छोटे और सबसे लाडले थे. स्कूल में पढ़ने के बाद उन्होंने कॉलेज में जाने का फैसला किया. गजेन्द्र को किरोड़ीमल कॉलेज में एडमिशन मिला था. हालांकि उन्होंने AIIMS में भी अप्लाई किया था, तो उन्हें वहां से कॉल आई. वहीं उन्होंने 2 साल पढ़ाई की और फिर जॉब भी पा ली. लेकिन उनके पिता ने आगे पढ़ाई करने का बोलकर उन्हें मना कर दिया.

इसके बाद उन्होंने बीएस की पढ़ाई भी पूरी कर ली. इस दौरान गजेन्द्र चौहान को नौकरी के खूब ऑफर आ रहे थे. उन्होंने सी टी स्कैन का कोर्स किया था और उस समय ज्यादा लोगों को ये नहीं आता था. इसलिए उनके पास ऑफर्स की भरमार थी. 1979 में गजेन्द्र ने पढ़ाई के साथ-साथ AIIMS में नौकरी करनी शुरू कर दी थी.

लेकिन गजेंद्र चौहान ने कभी नहीं सोचा था कि उन्हें कभी एक्टिंग में करियर बनाने का मौका मिलेगा. 1982 में वे एक्टिंग क्लासेज के लिए बॉम्बे चले गए. अपनी दिनचर्या को चलाने के लिए उन्होंने पार्ट टाइम नौकरी करने लगे. वे पैसे बचाने के लिए ट्रेवल भी पैदल ही करते थे. उस समय गजेन्द्र चौहान अंधेरी में रहा करते थे. लेकिन 25 पैसे बचाने के लिए वे 8 किलोमीटर दूर बांद्रा में खाना खाने पैदल जाया करते थे. उन्होंने अपनी जिंदगी में पाई-पाई जमा करके अपना गुजारा किया.

बाद में राजश्री प्रोडक्शन के सीरियल पेइंग गेस्ट में उन्हें काम करने के लिए 201 रुपये मिले थे. ये बतौर एक्टर उनकी पहली कमाई थी. उसके बाद उन्होंने अपनी पहली ऐड से 101 रुपये थे. ये 1983 की बात है. इसके बाद उन्होंने रजनी, दर्पण, कशमकश और सिहांसन बत्तीसी में काम किया. इन सबके बाद गजेन्द्र चौहान को सीरियल महाभारटी में युधिष्ठ‍िर का रोल निभाने का मौका मिला, जिससे वे देशभर में फेमस हो गए.

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