मुंगेर- जिले में गंगा नदी का जलस्तर अभी स्थिर हो गया है। गंगा नदी का जलस्तर 38.80 मीटर पर स्थिर है । जो डेंजर लेवल से अब महज 53 सेंटीमीटर दूर रह गया है। बावजूद जिले के निचले इलाकों में बाढ़ की स्थिति भयावह बनी हुई है।
नौवागढ़ी उत्तरी पंचायत दो भागों में विभक्त हो गया है। गैरा पहाड़ व सीताकुंड डीह के बीच सड़क पर बाढ़ का पानी फैलने से आवागमन बाधित हो गया है। जबकि कई घरों में बाढ़ का पानी बह रहा है। जबकि इसी पंचायत के रामगढ़ में भी लोगों का घरों से निकलना मुश्किल हो गया है। सड़कें डूब चुकी हैं।
जबकि कई पंचायत तो पहले से ही बाढ़ के चपेट में है। बरियारपुर पंचायत के कई गांव जलमग्न हो गया है । लगातार गंगा नदी के जलस्तर में हुई वृद्धि के कारण जिले के निचले इलाकों में बाढ़ की स्थिति बनी हुई है। बाढ़ के कारण किसानों के अरमानों पर पानी फिर गया है।
सैकड़ों एकड़ में लगी मक्के की फसलों में गंगा नदी का पानी फैलने के कारण फसलें बर्वाद हो गयी हैं। किसान अब मक्के को काटकर पशुओं के चारा के लिये उपयोग कर रहे हैं। मुंगेर के सदर प्रखंड स्थित टीकारामपुर गांव की तो यहां भी बाढ़ जैसे हालात है। कई घरों में पानी घुस चुका है । पशुओं के हरा चारा के लिय पशुपालकों को काफी मशक्कत का समना करना पड़ रहा है ।
रिपोर्ट- मो. इम्तियाज खान