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गया जिलाधिकारी ने की नगर निगम के कार्यों की समीक्षा, जलापूर्ति और स्वास्थ्य सहित मामलों को लेकर अधिकारियों को दिए निर्देश

गया जिलाधिकारी ने की नगर निगम के कार्यों की समीक्षा, जलापूर्ति और स्वास्थ्य सहित मामलों को लेकर अधिकारियों को दिए निर्देश

GAYA : ज़िला पदाधिकारी, गया डॉ० त्यागराजन एसएम ने जिला गोपनीय कार्यालय के सभाकक्ष में भीषण गर्मी को देखते हुए पेयजल व्यवस्था, साफ सफाई, अस्पतालों में बेड की उपलब्धता सहित अन्य बिंदुओं पर विस्तार से विचार विमर्श किया ताकि गर्मी के कारण लोगों को यथासंभव राहत दिया जा सके। नगर निगम के समीक्षा के दौरान जिला पदाधिकारी में नगर आयुक्त को निर्देश दिया कि यदि किसी वार्ड से पानी आपूर्ति न होने की शिकायत या सुझाव मिलते हैं, तो वहां त्वरित गति से टैंकर या कोई अन्य वैकल्पिक व्यवस्था के माध्यम से जलापूर्ति उपलब्ध करावे। नगर आयुक्त द्वारा बताया गया कि वर्तमान में दो एजेंसी द्वारा चापाकल मरम्मत का कार्य करवाया जा रहा है। जिला पदाधिकारी ने एजेंसी की संख्या बढ़ाते हुए और तेजी से खराब चापाकलों को मरम्मत करवाने का निर्देश दिया। जिला पदाधिकारी ने कहा कि वर्तमान में कुछ जगहों पर पाइप लाइन द्वारा की जा रही जलापूर्ति, डोर  टू डोर काफी गंदा/ दूषित पानी प्रबाहित हो रहा है। उन्होंने संबंधित अभियंता को निर्देश दिया की जल मीनार की अच्छी तरह साफ सफाई करवाएं साथ ही बिछाए जा रहे पाइपलाइन जहां पर भी लीकेज है, उसे पैच करवाएं, ताकि नाला का पानी वाटर सप्लाई वाले पाइप में ना जा सके, जिससे लोगों को शुद्ध पेयजल मिल सके।

जिला पदाधिकारी ने नगर आयुक्त को निर्देश दिया कि नगर निगम में कार्य करने वाले सभी अभियंता, सभी सफाई निरीक्षक, सभी टैक्स कलेक्टर सहित अन्य विभिन्न पदाधिकारी एवं कर्मी, सभी को मॉनसून आने तक लोगों की पानी की समस्या, साफ सफाई सहित अन्य निगम द्वारा की जा रही व्यवस्थाओं का निरीक्षण फील्ड/ वार्डों/ टोलो में भेजकर करवाते रहें। जिलाधिकारी ने कहा कि देव घाट पर विभिन्न विभागों द्वारा निर्माण किए गए शौचालय को और बेहतर तरीके से मेंटेन तथा साफ सफाई रखने के उद्देश्य से सभी शौचालयों को नगर निगम गया को हैंड ओवर करवाने का निर्देश दिए।

स्वास्थ्य विभाग के समीक्षा के दौरान अधीक्षक मगध मेडिकल द्वारा बताया गया कि हर दिन औसतन 600 से 700 मरीजों को ओपीडी में उपचार किया जा रहा है। हीट वेब के संबंध में उन्होंने बताया कि मगध मेडिकल अस्पताल में हिट वेब से पीड़ित मरीजों के इलाज हेतु पूरी तरह तैयार है। हीट वेब के मरीजों के इलाज हेतु 25 बेड सेपरेट रखा गया है, जिसमें एयर कंडीशन की व्यवस्था, ठंडा पानी की व्यवस्था सहित अन्य व्यवस्थाएं उपलब्ध रखी गई हैं। मगध मेडिकल अस्पताल में हीटवेव, ओपीडी सहित अन्य सेक्टर में आए मरीजों के इलाज एवं दवा की कोई कमी नहीं है। सभी प्रकार की दवा उपलब्ध है। वर्तमान में मगध मेडिकल अस्पताल में हीटवेव से संबंधित कोई मामले नहीं आए हैं। 

बैठक में डीपीएम स्वास्थ द्वारा बताया गया कि जिले के सभी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में 2-2 तथा सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में 4-4 बेड हीट वेब से ग्रसित मरीजों के लिए सेपरेट रखा गया है। साथ में संबंधित बेडो के लिए कूलर एवं ठंडा पानी की व्यवस्था रखी गई है। एंबुलेंस से समीक्षा के दौरान बताया गया कि कुछ एंबुलेंस में तकनीकी खराबी के कारण एयर कंडीशन काम नहीं कर रहा है, संबंधित एंबुलेंस में पंखा लगवाने का कार्य किया जा चुका है, ताकि मरीजों को राहत मिल सके। हीट वेब से बचाव हेतु सभी चिकित्सकों, आशा दीदियों सहित स्वास्थ्य विभाग के अन्य कर्मियों को भी ट्रेनिंग दिया जा चुका है। स्वास्थ्य विभाग द्वारा जारी एस०ओ०पी० के अनुरूप ही हीटवेव से ग्रसित मरीजों का इलाज किया जाएगा। उन्होंने दुरस्त महादलित टोला एवं अन्य ग्रामीण क्षेत्र के लोगों को हीट वेब से बचाव हेतु लगातार जागरूक करवाने का निर्देश दिए। ओआरएस पाउडर उपलब्धता के संबंध में जानकारी लेने पर डीपीएम स्वास्थ्य द्वारा बताया गया कि जिले में ओआरएस के पैकेट पर्याप्त संख्या में उपलब्ध है। साथ ही हीट वेब के मरीजों को दिए जाने वाली दवा भी पर्याप्त संख्या में उपलब्ध है। इसके उपरांत रबड़ डैम के कार्यों की समीक्षा, कृषि विभाग के कार्यों की समीक्षा, पंचायती राज विभाग द्वारा किए जा रहे कार्यों की समीक्षा, जल जीवन हरियाली योजना की समीक्षा, आपदा विभाग के कार्यों की समीक्षा, जल संसाधन, लघु सिंचाई योजना सहित अन्य विभागों के कार्यो की समीक्षा की गई।

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