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गया डीएम ने वृद्ध आश्रम का किया औचक निरीक्षण, पदाधिकारियों को दिए कई निर्देश

गया डीएम ने वृद्ध आश्रम का किया औचक निरीक्षण, पदाधिकारियों को दिए कई निर्देश

GAYA: गया डीएम डॉ० त्यागराजन एसएम द्वारा गुरुवार मानपुर हनुमान नगर स्थित समाज कल्याण विभाग द्वारा नव निर्मित वृद्ध आश्रम सहारा केंद्र का निरीक्षण किया गया। सहायक निदेशक सामाजिक सुरक्षा गया द्वारा बताया गया कि यहां 3 मंजिला भवन बनाया गया है। इसमें कुल 48 कमरे हैं। और 100 वृद्ध जन रह सकते हैं। वर्तमान समय में मात्र पांच वृद्धजन रह रहे हैं। 1 अक्टूबर 2023 को इस भवन का उद्घाटन हुआ है। उन्होंने जिला पदाधिकारी को बताया कि पूरे बिहार में मात्र चार जिलों में वृद्धि जन सहारा केंद्र पूर्णिया, गया, पटना एवं बेतिया में भवन निर्माण हुआ है।

जिला पदाधिकारी ने सहायक निदेशक को निर्देश दिया कि विभाग से समन्वय कर सभी कमरों में पर्याप्त फर्नीचर इत्यादि का मुहैया अति शीघ्र करवा ले। जिला पदाधिकारी ने घूम घूम कर सभी एक-एक कमरों एवं परिसर का निरीक्षण किया। भवन के हर फ्लोर पर पर्यपात टॉयलेट एव  स्नानागार बना हुआ है। पेयजल की व्यवस्था की भी जानकारी लिया। यहां पर्यपात मैन पावर भी उपलब्ध है। यहां ठहरे हुए वृद्धिजन से यहां दिए जाने वाले व्यवस्थाओं का फीडबैक लिया। ठहरे हुए बुजुर्ग ने बताया कि यहां खाना समय पर मिल रहा है और पूरी तरह निःशुल्क है। सोने के लिए बेड ओढ़ने के लिए कंबल इत्यादि सभी व्यवस्था मिल रही है। वृद्धि लोगों के स्वास्थ्य की देखरेख के लिए भी यहां परमानेंट चिकित्सक भी मौजूद हैं। दवा भी मिल रही है।

गया डीएम ने कहा कि बिहार सरकार की काफी अच्छी पहल है जो वैसे असहाय या जिसे सहारा चाहिए वह सीधे यहां आकर वृद्ध आश्रम में ठहरे रहना, खाना, दवा इत्यादि सभी बिल्कुल मुफ्त में उन्हें दिया जाएगा। उन्होंने सहायक निदेशक सामाजिक सुरक्षा को निर्देश दिया कि सभी अनुमंडल पदाधिकारी के स्तर पर संचालित भरण पोषण समिति के तहत प्रतिवेदन प्राप्त करें और उस प्रतिवेदन के आधार पर वैसे वृद्ध जनों को यहां लाकर उन्हें ठहराएं। उन्होंने निर्देश दिया की साफ सफाई की पुरी उत्तम व्यवस्था रखें। वृद्ध लोगों को दिए जाने वाले खान की पूरी गुणवत्ता को निरंतर जांच करें। उन्होंने निर्देश दिया कि दूर दराज गांवों में भी इसका प्रचार प्रसार करवाये ताकि वैसे असहाय वृद्ध लोग जिनका कोई नहीं है, उन्हें यहां लाकर आश्रय दे। भवन के बाहरी परिसर के जंगल झाड़ को साफ कर कर पूरे सौंदर्यीकरण के साथ मेंटेन रखने का निर्देश दिए। उन्होंने निर्देश दिया कि इस माह के अंत तक कम से कम 50 वृद्धजनों को यहां आश्रय देने का कार्य करें। इस भवन का भरपूर प्रयोग करवाये।

वृद्धजनों की पात्रता संबंधित मापदंड:- 60 वर्ष या उससे अधिक आयुवर्ग के वैसे वृद्धजन जो BPL परिवार के अन्तर्गत आते हों, या ऐसे वृद्धजन जिनकी वार्षिक आय 60,000/- (साठ हजार रूपये) से कम हो परन्तु उनके आय या जीवन-यापन का कोई अन्य साधन उनके पास नहीं हो अथवा बिल्कुल निराश्रित हो और उनके परिवार में कोई उत्तराधिकारी/रिश्तेदार नहीं हो वैसी परिस्थिति में जिला प्रशासन (कार्यान्वयन समिति) आवश्यक जाँच भरण-पोषण अधिकरण से कराने के उपरांत उन्हें गृह में प्रवेश की अनुमति प्रदान कर सकता है। यदि कोई गुमशुदा, जान के खतरे में पड़े हुए तथा घर से बेघर हुए वृद्धजन मिलते है तो उन्हें आवश्यकतानुसार वृद्धाश्रम में रखा जा सकता है। वृद्ध आश्रम में मिलने वाली सुविधायें:- वृद्धजनों की सम्पूर्ण देखभाल की व्यवस्था, उत्तम और गुणवत्तापूर्ण भोजन की व्यवस्था, पुरूष और महिलाओं की अलग-अलग वस्त्र की व्यवस्था, चिकित्सीय जाँच एवं दवा की व्यवस्था, पुरूष और महिलाओं की अलग-अलग रहने की व्यवस्था, खुला और हवादार अवासन की व्यवस्था, मनोरंजन की व्यवस्था, कौशल प्रशिक्षण की व्यवस्था, समय समय पर भ्रमण की व्यवस्था, प्रति दिन साफ-सफाई की व्यवस्था, बागबानी की व्यवस्था, फिजियो थेरेपि की व्यवस्था। निरीक्षण के क्रम में जिला जनसंपर्क पदाधिकारी एव अंचल अधिकारी मानपुर उपस्थित थे।

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